देहरादून|
उत्तराखंड में निकाय चुनाव का फाइनल रिजल्ट आ चुका है |जहाँ एक ओर भारतीय जनता पार्टी ने कुल सात में पांच नगर निगम सीटों पर जीत हासिल की तो वहीँ दो सीट कांग्रेस के खाते में गईं| वहीं, पार्षद पद पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने शानदार प्रदर्शन किया|
देहरादून नगर निगम सीट पर बीजेपी के सुनील उनियाल गामा ने जीत दर्ज की है| इसके अलावा ऋषिकेश, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर मेयर सीट पर भी बीजेपी ने परचम लहराया है. जबकि कांग्रेस ने हरिद्वार और कोटद्वार की सीटों पर फतह हासिल की है. यानी कुल सात में से 5 मेयर बीजेपी और 2 मेयर कांग्रेस के बने हैं.
कैबिनेट मंत्री के गढ़ में बीजेपी की हार
- कोटद्वार सीट से बीजेपी के हरक सिंह रावत विधायक हैं और वह कैबिनेट मंत्री भी हैं.यहाँ बीजेपी को मात दी है कांग्रेस की हेमलता नेगी ने|उन्होंने 1568 वोट से बाजी मारी है. जबकि दूसरे स्थान पर निर्दलीय विभा चौहान रही तो बीजेपी तीसरे स्थान पर चली गई.
सीएम की सीट पर भी हुई बीजेपी की हार
- मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के गढ़ में ही कांग्रेस ने बीजेपी की जीत का स्वाद तीखा कर दिया है. डोईवाला सीट से त्रिवेंद्र सिंह रावत विधायक हैं और यहां नगर पालिका सीट पर कांग्रेस की सुमित्रा मनवाल ने जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी नगीना रानी को मात दी है.
- दिलचस्प बात ये है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यहां चुनाव कैंपेन भी किया और पूरी ताकत से चुनाव लड़ाया, बावजूद इसके बीजेपी को हार का सामना पड़ा.
यहाँ भी रही कांग्रेस की हनक
- बीजेपी का अभेद्य किला माने जाने वाले हरिद्वार में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. यहां कांग्रेस प्रत्याशी अनिता शर्मा ने बीजेपी की अन्नू कक्कड़ को 3467 मतों से हराया है. बीजेपी की यह हार उत्तराखंड सरकार में दूसरे नंबर के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के क्षेत्र में मिली है.
निर्दलियों को जनता ने किया पसन्द
- उत्तराखंड निकाय चुनाव में इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों का बोलबाला रहा| 1064 पार्षद पद में से 992 के रिजल्ट जारी हो गए हैं. इनमें 543 सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है.
- जबकि कांग्रेस के खाते में 152 सीट गई हैं और बीजेपी के 289 पार्षद चुनकर आए हैं. दोनों प्रमुख दलों के अलावा बीएसपी के खाते में 4, आप के खाते में 2, यूकेडी के खाते में 1 और सपा के खाते में 1 सीट आई है.
- उत्तराखंड की सात नगर निगम सीटों समेत 84 शहरी निकायों, 39 नगरपालिका परिषदों और 38 नगर पंचायतों के लिए 18 नवंबर को मतदान हुआ था.