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मजाक बनी उप्र की कानून व्यवस्था : अखिलेश

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि पुलिस के अफसरों की बैठकें खूब हो रही हैं, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात है। सूबे में कानून-व्यवस्था एक मजाक बनकर रह गई है। राज्य सरकार अपराधों पर नियंत्रण करने में पूरी तरह विफल है। मुख्यमंत्री के बयानों को उनके अधीनस्थ कोई तवज्जों नहीं देते हैं।

सपा मुखिया ने कहा कि लखनऊ में इन दिनों लूट और हत्या की घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। कारोबारियों की लूट की घटनाओं पर कोई रोक नहीं है। हत्या, लूट की घटनाओं को रोकने के बजाय पुलिस अब पीड़ितों के उत्पीड़न के ही रिकार्ड बनाने में लग गई है। राजधानी में कारोबारी मनोज भट्टाचार्य की हत्या के अलावा कई अन्य कारोबारी भी लूट चुके हैं, कई मामलों का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।

किशोर को थर्ड डिग्री, समीक्षा अधिकारी को हवालात में डाला

अखिलेश ने कहा ​कि एक निर्दोश किशोर के साथ थर्ड डिग्री का मामला थमा भी नहीं था कि कैसरबाग कोतवाली में सचिवालय के एक समीक्षा अधिकारी को पिटाई के बाद हवालात में डाल दिया गया। आज ही दिनदहाड़े जीआरपी के पास चारबाग में और स्वास्थ्य भवन में गोलियां चल गईं। भाजपा सरकार से जनता पूरी तरह असुरक्षित महसूस करती है।

राज्यपाल से मुलाकात के बाद भी नहीं सुधरे हालात

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 जून को राज्यपाल से मिलकर प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर उनका ध्यान आकर्षित किया था। लेकिन उस पर कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई।नागरिकों के जानमाल की सुरक्षा राज्य सरकार का दायित्व है। राज्यपाल को इस पर तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए।