Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

चुनाव के बाद सार्वजनिक किया मतपत्र तो लग गया 22 सौ रुपए का जुर्माना

कीव। भारत में इन दिनों लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और चुनाव आयोग की ओर से आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर कई मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं तमाम चुनौतियों के बाद भी नेता आचार संहिता के उल्लंघन से नहीं चूकते हैं।

वहीं इस मामले को लेकर यूक्रेन ने मिसाल पेश की है। दरअसल वहां भी राष्ट्रपति के चुनाव हो रहे हैं और उससे पहले ही वहां के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति पर जुर्माना लगा दिया गया।

दरअसल, यूक्रेन में राष्ट्रपति बनने जा रहे जेलेंस्की पर जुर्माना लगाया गया है। वह इसलिए क्योंकि मतदान के बाद उन्होंने अपना मतपत्र दिखा दिया था। जबकि वहां पर ऐसा करना आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति बनने जा रहे वोलोदिमिर जेलेंस्की ने 21 अप्रैल को राष्ट्रपति पद के लिए हुए दूसरे चरण के मतदान के बाद अपना मतपत्र सभी को दिखा दिया था। जिस वहां के प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया।

चुनाव के दिन मीडिया कर्मियों और छायाकरों को अपना मतपत्र दिखे पर उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया और जुर्माना भी लगाया गया। जेलेंस्की पर इस नियम को तोड़ने को लेकर 850 हरयवनास यानी 32 अमेरिका डॉयल या 2255 रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

जेलेंस्की पर आरोप लगा था कि उन्होंने यहां पर दूसरे चरण के मतदान के बाद अपना मतपत्र दिखाया था। जिसमें उन्होंने अपने नाम के आगे टिक का निशान लगे मतपत्र को पहले तो मीडियाकर्मियों को दिखाय और उसके बाद उसे छायाकारों को भी दिखा दिया। जिस पर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया।