नई दिल्ली: राम मंदिर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए बयान पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने प्रतिक्रिया दी है। बातो से बातो में आरएसएस ने बीजेपी पर वादा खिलाफी का आरोप लगते हुए उन्हें याद दिलाया है कि जनता ने बीजेपी के राम मंदिर निर्माण के वादे पर भरोसा कर वोट दिया था।
संघ के आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर ट्वीट किया गया है, ‘नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए संविधान के दायरे में उपलब्ध सभी संभाव्य प्रयास करने का वादा किया है। भारत की जनता ने उनपर विश्वास व्यक्त कर भाजपा को बहुमत दिया है।
बता दें कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरवयू में कहा था कि राम मंदिर पर कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद ही अध्यादेश पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता वकील के रूप में इसकी सुनवाई में अड़ंगा लगा रहे हैं। मोदी ने कांग्रेस से अपील करते हैं कि ऐसा न करें। बीजेपी के मेनिफेस्टो में लिखा था कि इसका समाधान निकाला जाएगा। वहीं संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा, ‘इस सरकार के कार्यकाल में सरकार वह वादा पूरा करे, ऐसी भारत की जनता की अपेक्षा है।
आरएसएस ने पीएम मोदी के इंटरव्यू पर एक के बाद एक तीन ट्वीट किए और लिखा, ‘हमें आज का प्रधानमंत्री का वक्तव्य मंदिर निर्माण की दिशा में सकारात्मक कदम लगता है. प्रधानमंत्री ने अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर बनाने के संकल्प का अपने साक्षात्कार में पुनः स्मरण करना यह भाजपा के पालमपुर अधिवेशन (1989) में पारित प्रस्ताव के अनुरूप ही है. इस प्रस्ताव में भाजपा ने कहा था कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर बनाने के लिए परस्पर संवाद से अथवा सुयोग्य क़ानून बनाने (enabling legislation) का प्रयास करेंगे.’