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कोरोना पीड़ितों का इलाज करने के लिए इस देश के पीएम ने छोड़ी कुर्सी और बन गये डॉक्टर

जहां एक ओर कोरोना वायरस ने दुनिया भर में हाहाकार मचा कर रखा हुआ है। वहीं आयरलैंड के प्रधानमंत्री डॉक्टर लियो वरादकर कोरोना वायरस संकट के दौरान स्वास्थ्य सेवा में मदद करने के लिए चिकित्सा सेवा से एक बार फिर से जुड़ गए हैं।

रविवार को एक सरकारी प्रवक्ता ने एक बयान में कहा- वराडकर ने एक सप्ताह में एक बार अपनी सेवाओं को देने की पेशकश की है। आयरिश टाइम्स में वरदकर के बारे में लिखा गया था- उन्होंने साल 2003 में डबलिन के ट्रिनिटी विश्वविद्यालय से मेडिकल डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।

वह एक सप्ताह तक कोरोना मरीजों का इलाज करेंगे। बता दें कि आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर सात साल तक डॉक्टर रह चुक हैं। राजनीति में आने से पहले वह डबलिन के सेंट जेम्स अस्पताल और कोनोली अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के रूप में काम कर चुके हैं।

बताया जा रहा है कि आयरलैंड में कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। आयरलैंड में कोरोना वायरस से अब तक 5000 से अधिक लोग सं​क्रमित हो चुके हैं।

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पीएम लियो वराडकर को एक बार फिर इस पेशे में जोड़ लिया गया है। आयरिश पीएम कार्यालय के अनुसार प्रधानमंत्री लियो अगले एक सप्ताह तक कोरोना के मरीजों का इलाज करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ये भी बताया गया है लियो के परिवार के कई सदस्य और दोस्त भी उनके साथ जुड़े हैं। वह कोरोना पीड़ितों के लिए अपनी छोटी सी मदद देना चाहते हैं।

आयरलैंड के स्वास्थ्य मंत्री साइमन हैरिस ने बताया कि हमने देश में एक अभियान शुरू किया है, जिसमें हम उन लोगों को एक बार ​फिर डॉक्टरी के पेशे से जोड़ना चाहते हैं, जिन्होंने इस पेशे को किसी वजह से छोड़ दिया था। बताया जा रहा है कि सरकार के इस प्रयास से अब तक 70 हजार से अधिक लोग इसके साथ जुड़ चुके हैं।