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शासन ने मंत्री दिनेश खटीक के त्याग पत्र को नही किया स्वीकार

दो दिन से जल मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफा की खबर आग की तरह फेल गई थी लेकिन शासन ने मंत्री दिनेश खटीक के त्याग पत्र को स्वीकार नहीं किया है। वह मंत्रिमंडल में बने रहेंगे। वहीं बैठक खत्म होने के बाद उन्होंने कहा कि मेरे जो भी विषय थे उन्हें मुख्य मंत्री आदित्यनाथ के समक्ष रख दिया है। मुख्यमंत्री ने उन सभी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। आखिर में उन्होंने कहा कि विभाग में काम करता रहूंगा। जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक की मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री के साथ हुई एक घंटे की बैठक के बाद साफ हो गया है कि वे मंत्री मंडल में बने रहेंगे। उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद दिनेश खटीक ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जीरो टॉलरेंस पर कार्य हो रहा है। स्वतंत्र देव सिंह से विवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे मेरे बड़े भाई हैं।

मेरे कैबिनेट मंत्री हैं। जल शक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक यूं तो डेढ़ माह से कई मुद्दों पर अफसरों के प्रति नाराजगी जता रहे थे, लेकिन 19 जुलाई को वह अपने विभाग के अधिकारियों के बर्ताव से ज्यादा आहत हो गए। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया। तमाम आरोपों की फेहरिस्त के साथ उन्होंने अपना इस्तीफा राजभवन के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजा था। गुरुवार को दिनेश खटीक मेरठ स्थित आवास से दिल्ली पहुंचे। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद वे लखनऊ पहुंचे। शाम को उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इसके बाद कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और विभागीय अधिकारियों के साथ करीब आधा घंटे तक मुख्यमंत्री ने चर्चा की।