कासगंज। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जिस तरह मां अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा करती हैं, उसी तरह पौधों को भी अपनी संतान समझें। प्रदेश में आज 22 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान में मुझे महाकवि तुलसीदास और अमीर खुसरो की जन्मभूमि पर पौधा रोपने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हमें इन वृक्षों से प्रेम करना होगा और इनकी हिफाजत करनी होंगी।
राज्यपाल शुक्रवार को यहां ब्लॉक सोरों के ग्राम चन्दनपुर घदियारी ग्राम पंचायत उकर्री में स्थित ‘गंगा वन’ में पौधारोपण के मौके पर बोल रहीं थीं। उन्होंने लोगों से पौधे लगाने तथा उनकी देखभाल करने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा कि पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रही है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व चिंतित है। कुएंं सूख गए, नदियांं सूख रही हैं। बीच में ऐसा कालखंड आया, जब हम पौधे और जल को भूल गए। उसका नतीजा है आज की स्थिति। अब हमें फिर संरक्षण करना होगा जनपद में 15.68 लाख पौधे रोपित किए जा रहे हैं।
इस मौके पर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने संकल्प दिलाया कि हर नागरिक एक-एक वृक्ष को रोपित करे और उसका पालन पोषण करे। उन्होंने सभी शिक्षकों से स्कूल में पंचवाटिका बनाए जाने को कहा। संदीप सिंह ने कहा कि पौधे जलवायु को शुद्ध रखते हैं। इसलिए हमें इनका संरक्षण करना चाहिए।
इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का हेलीकॉप्टर करीब 10.30 बजे चंदनपुर घटियाली में बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। यहां से कार्यक्रम स्थल पहुंचकर उन्होंने पौधारोपण किया।
गंगावन के 65 हेक्टेयर क्षेत्रफल में एक लाख से अधिक पौधारोपण किया जा रहा है। अलग-अलग उपवन बनाए जा रहे हैं जिसमें सहजन उपवन, गांधी उपवन, हरि वाटिका सहित अन्य उपवन बनाए गए हैं। कार्यक्रम में एटा सांसद राजवीर सिंह भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि भारत छोड़ो आन्दोलन की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रदेश में आज वृक्षारोपण महाकुम्भ के अन्तर्गत एक ही दिन में 22 करोड़ पौधे रोपित किये जा रहे हैं।