Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

सो​शल मीडिया के माध्यम से कलाकारों को जोड़ेगी संस्कार भारती

लखनऊ। सोशल मीडिया वर्तमान समय में आम अभिव्यक्ति का माध्यम बन चुका है। ऐसे में कलाओं के संरक्षण-संवर्धन में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। इसके माध्यम से देश के दूर-दराज हिस्सों के कलाकारों को भी अपने साथ जोड़कर उन्हें उचित मंच एवं सम्मान प्रदान किया जा सकता है। यह बात कला क्षेत्र की अग्रणी संस्था ‘संस्कार भरती’ के अध्यक्ष व देश के प्रख्यात चित्रकार वासुदेव कामथ ने कही। मौका था शहर में आयोजित तीन दिवसीय ‘कला साधक संगम’ के समापन समारोह का।


विगत 19 से 22 सितम्बर तक संस्कार भारती की ‘अखिल भारतीय साधारण सभा’ एवं ‘प्रबंधकारिणी’ की बैठक लखनऊ के निराला नगर स्थित ‘सरस्वती शिशु मंदिर’ में आयोजित हुई। इस दौरान कलाओं के संरक्षण-संवर्धन एवं कलाकारों के कल्याण के लिए चर्चा की गई। सोशल मीडिया के माध्यम से कलाकारों को जोड़ने, लोककलाओं को उचित मंच प्रदान करने एवं कला सम्बंधित साहित्यों के प्रकाशन समेत कई विषयों पर सभा में सहमति बनी।


इसके साथ ही संस्कार भारती के संस्थापक महामंत्री एवं भीमबेटका, सरस्वती नदी की खोज करने वाले प्रख्यात पुरातत्ववेता ‘डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर’ की जन्मशताब्दी वर्ष के मौके पर ‘धरोहर यात्रा’ निकाले जाने की भी योजना बनी।

इन तीन दिनों में सम्मलेन परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति हुई। आल्हा, फरुआहि नाच, कत्थक, नाटक आदि का मंचन हुआ। इसमें राज्य एवं देश के कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। इनमें संस्कार भारती के संरक्षक पद्मश्री बाबा योगेंद्र, राजदत जी की गरिमामय उपस्थिति रही।