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कर्नाटक में कांग्रेस को झटका,शिवराज सिंह राहुल गाँधी को कहा रण छोड़ दास

राजनीति|

कर्नाटक प्रकरण पर पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि कांग्रेस से हर कोई निराश है. खुद उनके ही लोग उन्हें छोड़कर भाग रहे हैं. अपने बोझ से खुद गिर जाए सरकार तो हम क्या कर सकते हैं. कर्नाटक में बीजेपी सरकार की संभावना के बारे में उन्होंने कहा कि ‘हम किसी तैयारी में नहीं हैं. हम कौन होते हैं ये कहने वाले कि सरकार अल्पमत में है. राहुल गांधी के बारे में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘राहुल गांधी रण छोड़ गांधी बन गए हैं. अब वो रण छोड़कर भाग रहे हैं तो विधायक भाग रहे हैं.’

कर्नाटक में कांग्रेस को तगड़ा झटका

गौरतलब है कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ 13 महीने पुरानी कांग्रेस-जनता दल (सेकुलर) गठबंधन सरकार को एक बड़ा झटका देते हुए कांग्रेस के 8 और जेडीएस के 3 विधायकों ने शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय में अपने इस्तीफे सौंप दिए. विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने कहा, “मुझे मेरे निजी सचिव से पता चला है कि 11 विधायकों ने मेरे कार्यालय में त्याग-पत्र दे दिए हैं. उन्हें उसकी पावती दे दी गई. मैं उन्हें मंगलवार (9 जुलाई) को देखूंगा क्योंकि सोमवार को मैं छुट्टी पर हूं.”

इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधायकों में प्रताप गौड़ा पाटील (मस्की), बी.सी. पाटील (हिरेकेरुर), रमेश जरकीहोली (गोकक), शिवराम हेब्बर (येल्लापुर), महेश कुमताहल्ली (अथानी), रामालिंगा रेड्डी (बीटीएम लायौट), एस.टी. सोमशेकर (यशवंतपुर) और एस.एन. सुब्बा रेड्डी (कोलार में केजीएफ) शामिल हैं. जेडीएस के 3 विधायकों में ए.एच. विश्वनाथ हुनसुर, एन. नारायणा गौड़ा के.आर. पेटे और गोपालैया (बेंगलुरू उत्तरपश्चिम में महालक्ष्मीम) शामिल हैं.

पहली जुलाई को इन्होने दे दिया था इस्तीफ़ा

हालांकि जरकीहोली ने पहली जुलाई को ही इस्तीफा दे दिया था लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था, क्योंकि यह उनके कार्यालय को फैक्स के जरिए भेजा गया था, जो प्रक्रिया के खिलाफ है. कांग्रेस विधायक आनंद सिंह ने भी पहली जुलाई को इस्तीफा दे दिया था. चूंकि उन्होंने अपना इस्तीफा खुद जाकर विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा था, लिहाजा इसे उन्होंने स्वीकार किया था.

11 विधायकों के इस्तीफे के बाद कर्नाटक में सियासी संकट खड़ा हो गया है. कर्नाटक की 225 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन सरकार के पक्ष में 118 विधायक थे. यह संख्या बहुमत के लिए जरूरी 113 से 5 अधिक थी. इसमें कांग्रेस के 79 विधायक (विधानसभा अध्यक्ष सहित), जेडीएस के 37 और और तीन अन्य विधायक शामिल रहे हैं. तीन अन्य विधायकों में एक बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से, एक कर्नाटक प्रग्न्यवंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) से और एक निर्दलीय विधायक है. विपक्षी बीजेपी के पास 105 विधायक हैं.