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राम की नगरी में जीवंत होंगे त्रेतायुग के दृश्य

अयोध्याः प्रदेश में योगी की सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या का दीपोत्सव देश ही नही पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना। अभी तक वहां पर दो बार दीपोत्सव का कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित हो चुका है लेकिन इस बार सरकार ने अलग तैयारी कर रखी है। इस बार दीपोत्सव के माध्यम से एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के साथ ही त्रेतायुग के दृश्य को जीवंत बनाने की योजना है, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं।

उप्र पर्यटन विभाग की मानें तो इस बार राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव का कार्यक्रम 24 से 26 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इसके लिए विभाग की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और कार्यक्रम की रूपरेखा भी तय की जा रही हैं। बता दें कि अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणाओं के मुताबिक निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है, जिसे 30 सितंबर तक पूरा किया जाना है।

इस बार दिवाली के मौके पर अयोध्या त्रेतायुग जैसा नजर आने वाला है। प्रभु श्रीराम का स्वागत ठीक उसी तरह किया जाएगा, जैसा त्रेतायुग में किया गया था। अबकी दीपोत्सव में पूरी राम नगरी दीपों से जगमग की जाएगी। साथ ही मंदिर और घर भी रोशन होंगे।

इस बार एक नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। साथ ही और कई नए रिकॉर्ड भी बनेंगे। मसलन, 6 नवंबर 2018 को आयोजित दीपोत्सव में देश की पंच नदियों में से एक पावन सरयू के तट पर 3,01,152 दीप जलते ही यह मौका गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया था। इस बार साढ़े तीन लाख से अधिक दीप जलाकर पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने की तैयारी है।

बता दें कि गत वर्ष की तरह इस साल भी अयोध्या में आकर्षक झाकियां निकालने, 5 देशों की रामलीलाओं का मंचन, 5001 एलईडी लाइट्स से गिनीज रिकॉर्ड बनाया जाना, अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों, मंदिरों, आश्रमों व नदी तट पर भी दीप प्रज्जवलन, फाउंटेन शो, ड्रोन शो, गुप्तार घाट से लेकर अयोध्या तक घाटों की सजावट, श्रीराम व सीता जी का हेलीकॉप्टर से पदार्पण, सरयू आरती का आयोजन, डिजिटल आतिशबाजी व पुराने सरयू पुल का सुंदरीकरण किया जाएगा।