Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

लखीमपुर:तरबूज के लिए दलित बच्चे को उतारा मौत के घाट

देव श्रीवास्तव|
गोलागोकर्णनाथ-खीरी।

  • संदिग्ध परिस्थितियों में मिला बालक का शव

  • बिना पोस्टमार्टम के शव का आनन-फानन में अन्तिम संस्कार

बुधवार को दलित बालक द्वारा तरबूज चोरी करने पर क्षेत्र के एक किसान द्वारा पिटाई की गई। जिसके बाद बालक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में लटकता पाया गया। गुरुवार को आनन-फानन में ग्राम प्रधान व एक परिवार ने पीड़ित परिवार पर ऐन, केन, प्रकारेण दबाव बनाकर मामला अपने पक्ष में कर लिया और बिना पोस्टमार्टम किए ही शव का पंचनामा भरकर अन्तिम संस्कार करा दिया। जिसके चलते अबोध बालक की मौत का राज रहस्य बनकर रह गया।

जानकारी के अनुसार बुधवार को दलित बालक विनोद कुमार (14)) पुत्र मिहीलाल निवासी बांकेगंज कुछ नौनिहालों के साथ घास काटने के लिए एक किसान के फार्म में गया था। वहां लगे तरबूज को देख कर विनोद घास के साथ कुछ तरबूज भी तोड़कर निकलने वाला था, कि इस बीच किसान मौके पर आ गया। जिसे देखकर बालक भाग खड़े हुए। जिसमें विनोद कुमार को मौके पर ही पकड़ लिया गया। तलाशी में घास के साथ तरबूज देखकर फार्मर गुस्सा हो गया और उसने बालक को ट्रैक्टर में बांधकर जमकर पीटा। बाद में बालक की मौत होने पर अपने को फंसता देखकर मृतक के परिवारवालों में दहशत पैदा करके शव का बगैर पोस्टमार्टम कराए ही अन्तिम संस्कार करा दिया गया। गुरुवार को सुबह जब दलित बालक के शव का चुपचाप जलाने की तैयारी चल रही थी कि खबर मीडिया को लग गई। पत्रकारों ने जब घटना की पूरी जानकारी ली तो पीड़ित परिवार ने अपने बालक के संबंध में कहा कि वह जानवरों के लिए घास लेने के लिए कई बालकों के साथ गया था। वहां तरबूज देखकर कुछ तरबूज तोड़कर बांध रहा था। इस बीच किसान आ गया और उसने बालक को अपने ट्रैक्टर में बांधकर पीटा। जिससे वह भयभीत हो गया और कुछ देर के बाद उसका शव लटकता मिला। एक सवाल के जवाब में दहशतगर्दी की बात भी सामने आई। मिहीलाल के भांजे ने हिम्मत जुटाकर घटना की पुष्टि की। उसके अनुसार वह सब लोग कंजड बिरादरी के है और घर की महिला व पुरुष कृषि फार्मरों के यहां भीख मांगते है तथा जानवरों का चारा भी बनाते है। बालक घास काटने के लिए आते-जाते रहते हैं। वह बडे़ लोग हैं। इनसे हम लोग नहीं लड़ सकते है। बालक ने ही गलती की तरबूज चोरी से तोड़ लिए थे। उसने बताया कि कृषि फार्मर के साथ ग्राम प्रधान व पुलिस भी है। इस सम्बन्ध में जब थानाध्यक्ष मैलानी से बात की गई तो उन्होंने पहले मामला संज्ञान में न होना बताया। उसके बाद में परिवार वालों द्वारा कार्रवाई न करने की बात कही गई। पुलिस क्षेत्राधिकारी गोला ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है और वह हाईकोर्ट आए हुए है। वापस लौटने पर ही कुछ बताने की स्थिति में होंगे।