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रीमिक ‘निकम्मा, मूवी फीकी रहीं थिएटर में

साउथ फिल्मों का दौर चल रहा है। हाल के समय में बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में बनी हैं जो साउथ फिल्मों की रीमेक हैं। अब जरूरी नहीं कि वहां जो फिल्में हिट हुईं वो बॉलीवुड में जब बने तो दर्शकों को उतनी ही एंटरटेनिंग लगे। इस शुक्रवार को फिल्म ‘निकम्मा’ रिलीज हुई। 90 के दशक की टॉप एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी मुख्य रोल में हैं। उनके साथ अभिमन्यु दासानी हैं। इस फिल्म से सिंगर शर्ली सेठिया ने बॉलीवुड में डेब्यू किया है। सब्बीर खान निर्देशित यह फिल्म 2017 में आई तेलुगू फिल्म ‘मिडिल क्लास अब्बाई‘ का रीमेक है। फिल्म में साउथ स्टार नानी ने मुख्य भूमिका निभाई थी।

निकम्मा‘ की कहानी की शुरुआत आदि (अभिमन्यु दासानी) से होती है जो एक डॉक्टर से मरीज को बचाने के लिए कहता है, ‘जब तक इसकी सांसें चलेंगी, मेरी जिंदगी चलेगी।‘ फिल्म देखते वक्त आपको लगता है कि वह किसी प्रियजन को खोने वाला है लेकिन इसी बीच न खत्म होने वाला फ्लैशबैक आता है जो बताता है कि असल में क्या हुआ था। देखा जाए तो फिल्म सीन नंबर 2 से शुरू हो सकती थी। अभिमन्यु और उनके भाई रमन (समीर सोनी) के बीच का सीन दिखाया जाता है जिसमें नाटकीयता की भरमार है। फिर एंट्री होती है अवनी सिंह (शिल्पा शेट्टी) की जो समीर सोनी की पत्नी और आदि की भाभी हैं। शिल्पा शेट्टी कभी सुपरवूमेन तो कभी देवी दुर्गा के जैसे ड्रेस में दिखती हैं। ये सीन क्यों रखे गए यह फिल्म के अंत तक समझ नहीं आता। ‘निकम्मा‘ के पहले भाग को देखते हुए दिमाग चकराने लगता है। ऐसा लगता है फिल्म को जोड़-जोड़कर बनाया गया है। मेकर्स ठीक से रीमेक भी नहीं बना पाए हैं। यह मूल फिल्म से बिल्कुल अलग है। करीब 2 घंटे 30 मिनट की इस फिल्म को देखने के लिए आपको काफी धैर्य चाहिए।