Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

यूरोप की तर्ज पर लखनऊ मेट्रो की ट्रेनों को ‘साइलेंट’ करने की तैयारी

 

 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने राजधानी में बढ़ते हुए ध्वनि प्रदूषण को देखते हुए लखनऊ मेट्रो की ट्रेनों को ‘साइलेंट’ बनाने की तैयारी शुरू कर दी है।

यूपीएमआरसी के प्रबंधक निदेशक कुमार केशव ने गुरुवार को बताया कि लखनऊ की मेट्रो ट्रेनों में यात्रा को सुखद बनाने के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। ‘साइलेंट ट्रेन’ भारत के लिए भले ही नया प्रयोग हो लेकिन यूरोप के देशों में ऐसी ट्रेनें चल रही हैं। उन्होंने बताया कि लखनऊ मेट्रो की ट्रेनों को ‘साइलेंट ट्रेन’ बनाने के लिए यात्रियों से पहले फोन पर बात नहीं करने की अपील की जाएगी। ट्रेन के अंदर होने वाले अनाउंसमेंट को पहले धीमी आवाज में न्यूनतम किया जाएगा। इसके बाद पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। केवल जरूरी अनाउंसमेंट ही ट्रेन में किए जाएंगे।

प्रबंध निदेशक ने बताया कि लखनऊ में मेट्रो ट्रेन के संचालन के शुरुआत से ही म्यूजिक बजाने पर प्रतिबंध लगा है। अब यात्रियों की सहमति से कुछ और कदम उठाकर ऐसा बनाया जाएगा ताकि शोर बिल्कुल न हो। उन्होंने बताया कि अगले स्टेशन की सूचना भी ट्रेन के कोच के अंदर लगी एलईडी स्क्रीन पर ही दिखाई देगी। म्यूजिक बजाने से लेकर तेज आवाज में बात करने को भी दूसरे यात्रियों को परेशान करने वाला माना जाएगा।