पेटीएम के संस्थापक व सीईओ विजय शेखर शर्मा महज दो साल पहले ही ने भारत में पैर पसार रहे ई-कॉमर्स (E-commerce) के क्षेत्र में अपनी पारी की शुरुआत की थी.
उनका मॉडल चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा के मॉडल से प्रेरित थे, हालांकि इस क्षेत्र में अमेजन (Amazon) और फ्लिपकार्ट-वालमार्ट का पहले से ही दबदबा बनाए हुए थीं. लेकिन रिलायंस (reliance) ने पूरे बाजार का गणित इस क्षेत्र में उतरने की घोषणा से बदल गया है. आइये जानते है अन्य जानकारी.
PayTM mall
(PayTM mall) के नाम से शर्मा ने ई-कॉमर्स पेटीएम मॉल (E-commerce) कारोबार को एक अलग अस्तित्व प्रदान किया. वह इस बात से आश्वस्त थे कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वालों की बढ़ती आबादी का उनको फायदा मिलेगा.
नई कंपनी की शुरुआत मूल कंपनी पेटीएम-वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड की ही हिस्सेदारी से हुई और कंपनी ने सैफ पार्टनर्स व जैक मा की कंपनी अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड से 20 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई. बाद में पेटीएम मॉल ने अलीबाबा, सॉफ्टबैंक और सैफ पार्टनर्स से भी 65 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई.
गलत मॉडल के कारण “पेटीएम लड़खड़ा गई. आगे उसके लिए काफी मुश्किल दौर है, क्योंकि चीन की तरह भारत को अभी ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन बाजार का तजुर्बा नहीं हुआ है.”
साइबर मीडिया रिसर्च के प्रमुख व सीनियर वाइस प्रेसिडेंट थॉमस जॉर्ज ने एक कदम आगे बढ़कर कहा, “मुझे इस बात में कोई हैरानी नहीं होगी कि भारत में ई-कॉमर्स (E-commerce) बाजार में अवसर बनाए रखने के लिए रिलायंस (reliance) या अलीबाबा का लक्ष्य पेटीएम (PayTM) का अधिग्रहण करना होगा.” इन बयानो से लगता है कि कंपनी अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनीयों के मुकाबले बड़े वित्तिय संकट से जुझ रही है.