16 जुलाई को हुई अमेरिका में दो विमानों की भिड़ंत में भारतीय महिला समेत ३ लोगों की मौत हो गई थी … आपको बता दें, अमेरिका के फ्लोरिडा में दो ट्रेनी विमान उड़ान के दौरान दो छोटे विमानों की टक्कर में तीन की मौत हो गई। इसमें 19 वर्षीय भारतीय लड़की समेत तीन लोग सवार थे।
आपको बता दें, अमेरिका के फ्लोरिडा में विमान हादसे की शिकार 19 वर्ष की निशा सेजवाल का बस एक ही ख्वाब था कि वह जल्द से जल्द पायलट बन जाए। उड़ान के लिए जुनूनी निशा को क्या मालूम था कि पायलट बनने का उसका ख्वाब तब दम तोड़ेगा, जब वह मुकम्मल पायलट बनने के लिए सिर्फ एक कदम की दूरी पर होगी।
निशा ने इस मंगलवार को अपने कमर्शियल लाइसेंस के लिए आखिरी उड़ान भरी। इस दौरान फ्लोरिडा के मैडिर में छोटे प्रशिक्षण देने वाले दो एयरक्राफ्ट आपस में टकरा गए। इस हादसे में निशा और उसके साथ तीन प्रशिक्षु पायलटों की मौत हो गई।
मिला था प्राइवेट लाइसेंस
मृतक निशा की चचेरी बहन स्नेहा सेजवाल उसे याद करते हुए कहती हैं कि निशा बेहद महत्वाकांक्षी थी। पायलट बनना ही निशा का ख्वाब था। वह उड़ान भरने के लिए जरूरी कमर्शियल लाइसेंस हासिल करना चाह रही थी। लाइसेंस हासिल करने के लिए यह उसकी आखिरी परीक्षण उड़ान थी। इसी वर्ष अप्रैल में उसे प्राइवेट फ्लाइंग लाइसेंस हासिल हुआ था।
फ्लाइट में थी निशा
स्नेहा ने बताया कि उसने निशा से 6 जुलाई को बात की थी। निशा फरवरी में 15 दिन दिल्ली में थी। वह घर में ही शादी के कार्यक्रम में आई थी। यहीं उसकी आखिरी मुलाकात थी। निशा डांस और मजाक करने वाले लोगों को पसंद करती थी। स्नेहा ने कहा कि उसने अपने एक घर के ही सदस्य से इस हादसे के बारे में सुना। उसे बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ कि उस फ्लाइट में निशा रही होगी।
वीजा मिलने में हुई थी देरी
यूसुफ सराय में डीएवी मॉडल स्कूल की शिक्षिका चारु सिंह भल्ला निशा को याद करके कहती हैं कि वह मेरी प्रिय शिष्याओं में एक थी। बीते वर्ष उसे अमेरिका का वीजा मिलने में देरी हुई थी, लेकिन वह अपने कोर्स और ख्वाब को पूरा करने के लिए समर्पित थी। भारत में यह बहुत ही बड़ी चीज है कि कोई माता-पिता अपने बच्चे को विदेश में शिक्षा के लिए भेजें।
माता-पिता नहीं जा सके फ्लोरिडा
स्नेहा ने बताया कि निशा के माता-पिता फ्लोरिडा नहीं जा सके। वे निशा की खबर सुनकर बुरी तरह टूट चुके थे। उसके चाचा प्रक्रिया पूरी करने के लिए फ्लोरिडा गए। निशा का परिवार इस छुट्टियां फ्लोरिडा जाने की सोच रहा था, लेकिन वीजा रद्द होने के कारण प्लान कैंसल हो गया। निशा की बड़ी बहन पत्राचार के जरिये परास्नातक का कोर्स कर रही है, छोटा भाई 12वीं की कक्षा में है। निशा के पिता के पास अमूल की डीलरशिप है और मां घरेलू है।