दुनिया जागरण|
नेपाल में मूसलाधार बारिश की वजह से आई बाढ़ और उसकी वजह से हुए भूस्खलन का कहर जारी है. यहां बाढ़-भूस्खलन की वजह से 43 लोगों की मौत हो गई है जबकि 24 लोग लापता हैं. साथ ही 20 लोग घायल बताए गए जबकि 50 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है. बाढ़ से नेपाल के ज्यादातर इलाके जलमग्न हो गए हैं. बचाव टीमें प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों, खोज और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं.
- पिछले कुछ दिनों से नेपाल में हो रही बारिश से कई स्थानों पर बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। इससे कई शहरों को जोड़ने वाले राजमार्गों पर यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
- बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे तटबंधों के निकट बसे लोगों के घरों पर खतरा बढ़ गया है।
- मौसम विभाग के मुताबिक, अकेले सिमारा जिले में 24 घंटे 311.9 मिमी (31.19 सेमी) बारिश हुई, जबकि जनकपुर जिले में 245.2 मिमी (24.52 सेमी) बारिश दर्ज की गई। इस बीच, काठमांडू में 115.2 मिमी (11.52 सेमी) बारिश होने की जानकारी है।
- यातायात बुरी तरह प्रभावित है, सभी प्रमुख राजमार्गों पर लोगों की आवाजाही बाधित है. ऐसा अनुमान है कि लगभग 6,000 लोग बाढ़ के पानी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, उनके घरों में पानी भर गया है.
- अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 43 हो गई है. उन्होंने बताया कि ललितपुर, कावरे, कोटंग, भोजपुर और मकनपुर सहित विभिन्न जिलों से लोगों के मारे जाने की सूचना है.
#UPDATE Nepal Police: 43 people dead, 24 missing, & 20 injured due to flooding and landslide in the country, following incessant rainfall. pic.twitter.com/S4gtQGUjJA
— ANI (@ANI) July 14, 2019
नेपाल आपातकालीन कार्यसंचालन केंद्र के प्रमुख बेद निधि खानल ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि देशभर में 200 से अधिक स्थानों की पहचान मानसून संबंधित आपदाओं के लिए अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में की गई है. बचाव दल, राहत कार्यों, खोज और बचाव कार्यों का संचालन कर रहे हैं.