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जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल रविवार शाम तक अह्रविलर के निकट स्थित सलुड गांव का दौरा कर सकती हैं. इससे पहले राष्ट्रपति शनिवार को इस इलाक़े में पहुंचे थे और दीर्घकालीन सहायता मुहैया कराने की प्रतिबद्धता जताई थी. जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड के बेहद प्रभावित इलाकों में बारिश रुक गई है लेकिन पश्चिमी और मध्य यूरोप के हिस्सों में तूफ़ान और बारिश जारी है. जर्मन-चेक सीमा इलाके और जर्मनी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र और ऑस्ट्रिया के सीमावर्ती इलाकों में शनिवार रात बाढ़ आ गई. जर्मनी की आच नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद बेर्चटेस्गाडेन इलाके में 65 लोगों को बचाया गया लेकिन कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई.
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जलवायु वैज्ञानिकों का कहना है कि खतरनाक मौसम स्थिति और तापमान में वृद्धि का संबंध गलत नहीं है और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने की जरूरत है. वैज्ञानिकों ने कहा कि वे तत्काल निश्चित तौर पर तो यह नहीं कह सकते हैं कि जलवायु परिवर्तन की वजह से बाढ़ आई लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि दुनियाभर में जो खतरनाक मौसम स्थिति देखी जा रही है, वह जरूर इस ओर इशारा करती है.
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