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MCDONALD’S का नए साल का तोहफा

नई दिल्ली. मैकडोनाल्ड के दिल्ली में बंद हुए रेस्टोरेंट से जो लोग दुखी थे अब वो खुश हो जाये क्योकि अब इनके खुलने कि उम्मीद जताई जा रही है. अमेरिकी फास्‍ट फूड चेन मैकनोडाल्‍ड कॉर्प के नोर्थ और ईस्‍ट इंडिया का लाइसेंस लेने वाली कंपनी कनॉट प्‍लाजा रेस्‍टॉरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (सीपीआरएल) ने इसके लिए एक नई लॉजिस्टिक्‍स कंपनी के साथ करार किया है. इसके साथ ही मैकडॉनाल्‍ड के 84 बंद रेस्‍तरां में से कम से कम कुछ का तुरंत खुलना तय हो गया है.

बता दें कि मैकडोनाल्ड और बक्शी के बीच विवाद चल रहा  था. राधाकृष्ण फूडलैंड द्वारा आपूर्ति बंद किये जाने से 80 रेस्तरां प्रभावित हुए हैं. यह सब मैकडोनाल्ड और बक्शी के बीच विवाद का नतीजा है. मैकडोनाल्ड्स ने कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट लिमिटेड सीपीआरएल द्वारा संचालित 169 रेस्टोरेंट के लिए अनुबंध रद्द कर दिया था. सीपीआरएल मैकडोनाल्ड्स और बख्शी का संयुक्त उपक्रम है.

सीपीआरएल में बक्शी और मैकडोनाल्ड्स इंडिया आधे-आधे की भागीदार हैं. फ्रैंचाइजी समझौता खत्म किए जाने के बाद अब सीपीआरएल को अमेरिकी कंपनी के नाम, उसके व्यावसायिक प्रतीक चिन्ह, डिजाइन और उससे जुड़ी बौद्धिक संपदा का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं रहेगा. ये शर्तें करार खत्म किए जाने के नोटिस के 15 दिन के अंदर लागू हो जाएंगी.

इस फैसले से जहां अगले कुछ समय तक भारत के बड़े हिस्से से बर्गर और फ्रेंच फ्राई की चेन बंद हो जाएगी वहीं बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार भी हो जाएंगे. गौरतलब है कि बीते एक दशक से अधिक समय से इस भारतीय कंपनी के साथ करार में अमेरिकी कंपनी ने बर्गर और फ्रेंच फ्राइज मार्केट में अपनी साख बना ली थी. इस ब्रांड के टक्कर में जहां कोई भारतीय ब्रांड मौजूद नहीं है वहीं मैकडोनाल्ड्स बंद होने का सीधा फायदा अन्य ग्लोबल चेन जैसे बर्गर किंग, वेन्डी इत्यादि को मिल सकता है.