30 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने वाला है. सावन का महीना भगवान शिव का महीना माना जाता है. पूरे सावन भारत की भूमि शिवमय रहती है. इस महीने में शिव पूजा और सावन के सोमवार के व्रत का बहुत महत्व है. 50 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग आया है कि सावन सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही खत्म भी होगा. आयुर्वेद में सावन के महीने में खान-पान को लेकर विशेष निर्देश दिए गए हैं. हम बता रहे हैं कि इस महीने में कौन से फूड खाना अच्छा होता है और कौन से फूड खाने से नुकसान हो सकता है.
सावन में न खाएं ये चीेंजे
पत्तेदार सब्जी
कहा जाता है कि हरि पत्तेदार सब्जियां शरीर में वात को बढ़ाती हैं. इसलिए इन्हें खाने से बचना चाहिए. वहीं, इसका अगर वैज्ञानिक कारण देखा जाए तो सावन का महीना बारिश का होता है और पत्तेदार सब्जियों में कीड़े मिलते हैं, इसलिए इनके सेवन से लोगों को बचना चाहिए.
बैंगन
इसके पीछे धार्मिक मान्यताएं हैं. इनके मुताबिक बैंगन को अशुद्ध सब्जी माना जाता है. इसलिए सावन के महीने में इसे खाने की मनाही होती है.
कच्चा दूध
कहा जाता है कि कच्चा दूध भगवान को अर्पित किया जाता है, इसलिए इसका सेवन करने से बचना चाहिए.
कढ़ी
कहा जाता है कि कढ़ी में प्याज और दूध से बनने वाली ही का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इसे नहीं खाना चाहिए.
प्याज-लहसुन
मांस मच्छी के सेवन की मनाही होती है. इसी तरह लहसुन, प्याज के सेवन से बचने को कहा जाता है.इस समय में तामसिक प्रवृत्ति के भोजनों को ना खाने की परंपरा इसका कारण है.
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