आज ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ भगवान के कपाट इस यात्रा वर्ष में मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में आज प्रातः 6 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान पूर्वक खुल गये हैं.
पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ट हुए और ठीक प्रात:6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोल दिये गये.
सबने दी शुभकामनाएं
आज पूरे विधि विधान के साथ 11वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं। आपका मनोरथ पूर्ण हो, बाबा केदार का आशीष सभी पर बना रहे, ऐसी मैं बाबा केदारनाथ जी से कामना करता हूं। बाबा से प्रार्थना है कि समस्त मानवता की कोरोना से रक्षा करें। pic.twitter.com/CWAXECDDvl
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) April 29, 2020
कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीडी सिंह, तहसीलदार जयबीर राम बधाणी एवं पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत मुख्य द्वार पर मौजूद थे.पुजारी शिवशंकर लिंग ने रुद्राभिषेक एवं जलाभिषेक पूजा संपन्न की.भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक किया गया.इस दौरान शोसियल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया.
कपाट खुलने के पश्चात सर्व प्रथम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से रुद्राभिषेक पूजा संपन्न की गयी.मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर शुभकामनाएं दी हैं.
उन्होंने आशा प्रकट की है कि जल्द देश एवं विश्व से कोरोना का संकट समाप्त हो जायेगा तथा चार धाम यात्रा को गति मिलेगी.उल्लेखनीय है कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर यात्राओं की अनुमति नहीं है.अभी केवल कपाट खोले जा रहे हैं ताकि धामों में पूजा अर्चना शुरू सके.
पर्यटन-धर्मस्व सचिव दिलीप जावलकर ने यात्रा संबंधी ब्यवस्थाओं हेतु व्यापक दिशा निर्देश जारी किये हैं, ताकि कोरोना महामारी की समाप्ति के पश्चात उच्च स्तरीय दिशा-निर्देशों के तहत प्रदेश में चारधाम यात्रा को पटरी पर लाया जा सके.
10 क्विंटल फूलों से सजाया मंदिर
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि कपाट खुलने के उपलक्ष्य में ऋषिकेश के दानीदाता सतीश कालड़ा द्वारा दिए गए श्री केदारनाथ मंदिर को 10 क्विंटल गेंदा, गुलाब एवं अन्य फूलों से सजाया गया था. रात्रि में मंदिर बिजली की रोशनी से जगमगा रहा था.
श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दौरान पिछले वर्षों की भांति अबकी सेना का बैंड शामिल नहीं हुआ तथा बेहद सादगी पूर्वक ढंग से मंदिर के कपाट खुले. उन्होंने बताया कि श्री केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग उखीमठ में 14 दिनों के क्वारंटाइन में हैं, इसलिए उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया.
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड के चार में से तीन धामों के कपाट खुल गये है.श्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर 26 अप्रैल को खुल चुके है जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खुलेंगे.