Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

रोजगार वाले बयान पर बुरे फंसे कमलनाथ, दो जगह केस दर्ज, संसद में भी मचा बवाल

मध्य प्रदेश के नवनियुक्त सीएम कमलनाथ हाल ही में दिए रोजगार वाले बयान को लेकर काफी चर्चा में हैं। उनके इस बयान ने ना केवल उनकी टेंशन बढ़ा दी है, बल्कि उन पर इसके लिए दो जगह केस भी दर्ज हो गया है। बता दें यह केस एक कार्यकर्ता ने दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि कमलनाथ ने ये बयान देकर बिहार-उत्तरप्रदेश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। बता दें हाल ही में कमलनाथ ने कहा था कि यूपी-बिहार के लोगों की वजह से मध्यप्रदेश में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल पाता।

हालांकि इस पर बवाल बढ़ने के बाद उन्होंने बुधवार को अपनी सफाई देते हुए कहा कि मेरा मन्तव्य किसी भी राज्य के लोगों की निजी भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में यही नीतियां हैं कि स्थानीय लोगों को रोजगार में वरीयता मिलना चाहिए।

खबरों के मुताबिक़ कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुजफ्फरपुर के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट में कमलनाथ के बयान को लेकर शिकायत दर्ज कराई। हाशमी अब तक कई नेताओं के बयान को लेकर शिकायत दर्ज करा चुकी हैं। याचिकाकर्ता ने बयान को देश की एकता के खिलाफ बताया।

हालांकि कोर्ट ने मामले की सुनवाई की तारीख नहीं दी है। वहीं, पश्चिमी चंपारण जिले में वकील मुराद अली ने भी सीजेएम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। यहां सुनवाई 3 फरवरी को होगी।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के बयान पर कहा कि मध्यप्रदेश देश का हृदय कहा जाता है। यहां पर कोई बाहरी नहीं है। सभी का स्वागत होना चाहिए।

वहीं कमलनाथ के बयान की भाजपा, राजद और जदयू आलोचना कर रहे हैं। यह मुद्दा संसद में भी उठा। राज्यसभा में भाजपा नेता भूपेंद्र यादव ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठने वाले व्यक्ति द्वारा इस तरह के बयान दिया जाना राज्यों के लोगों में नफरत बढ़ाएगा। अक्टूबर में भी गुजरात में उत्तरप्रदेश-बिहार से आने वालों के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे।

बता दें कमलनाथ ने बुधवार को दी कि सभी राज्यों में यही नीतियां हैं कि स्थानीय लोगों को रोजगार में वरीयता मिलना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या गुजरात में यह नीति नहीं है। मैंने कौन सी गलत बात कही है।