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चप्पलों के बाद कमल हासन पर फेंके गए अंडे और पत्थर, नहीं दी गई रैली की इजाजत

नई दिल्ली। अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने हिंदू आतंकवाद पर विवादित बयान कर देकर अपनी फजीहत करा ली है। इस बयान की वजह से जहां उन्हें हर तरफ आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं बीते गुरुवार को उन पर एक जनसभा के दौरान चप्पलों से हमला हुआ था। वहीं अब एक बार फिर से लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा है। इस बार कमल हासन पर चुनावी जनसभा के दौरान ही अंडे और पत्थरों का सामना करना पड़ा है।

दरअसल तमिलनाडु के अरावकुरिची में कमल हासन एक चुनावी कार्यक्रम के बाद जब अपना भाषण खत्म करके मंच से नीचे उतर रहे थे, तभी उन पर वहां मौजूद लोगों ने अंडों और पत्थरों की बारिश कर दी। हालांकि हासन को इस हमले में चोट नहीं आई है। वहीं पुलिस ने आरोपियों को घटनास्थल से ही हिरासत में ले लिया है। वहीं कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मैयम के कार्यकर्ताओं ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सुरक्षा में कमी के लिए पुलिस की भी आलोचना की है।

वहीं कमल हासन पर लगातार हो रहे हमले के बाद अब कोयंबटूर जिला पुलिस ने शुक्रवार को सुलूर उपचुनाव में प्रचार करने के लिए उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक एमएनएम कैंपेन पर अंतिम फैसले  के लिए पुलिस की अनुमति का इंतजार कर रही है। बताते चलें कि बीते दो दिनों में कमल हासन पर लगातार दो बार हमला हो चुका है। एक बार उन पर चप्पल के जरिए हमला किया गया, तो वहीं दूसरी बार उन पर अंडे और पत्थर से हमला किया गया है।

गौरतलब हो कि इससे पहले तमिलनाडु में एक चुनावी जनसभा के दौरान ही कमल हासन ने कहा था कि स्वतंत्र भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था, वो था नाथूराम गोडसे। जिसके बाद कमल हासन के खिलाफ विरोध शुरू हो गया। पहले जहां अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने उन्हें नसीहत दी, तो बाद में तमिलनाडु सरकार के एक मंत्री ने कमल हासन की जीभ काटने की सलाह दे डाली।