सिरसा, 25 मई।(सतीश बंसल ) हरियाणा सरकार द्वारा खरीफ 2022 में धान की बिजाई का क्षेत्रफल कम करके भू-जल बचाने के लिए मेरा पानी-मेरी विरासत योजना लागू की गई है। योजना के तहत किसान को धान की फसल के बजाय वैकल्पिक फसल की काश्त करने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
उपनिदेशक डा. बाबू लाल ने बताया कि योजना के तहत धान जो किसान धान की बजाय वैकल्पिक फसल जैसे मक्का, कपास, अरहर, अरंड, मूंग, ग्वार, तिल, मूंगफली, मोठ, उड़द, सोयाबीन, व चारा तथा खरीफ 2022 के दौरान बोई गई प्याज की फसल की काश्त करने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जिस किसान ने पहले खरीफ 2021 मे धान बोया था लेकिन इस वर्ष खरीफ में कृषि भूमि खाली छोड़ता है, वह इस योजना के तहत लाभ का हकदार होगा। यदि किसी किसान ने पिछले वर्ष फसल विविधीकरण के अंतर्गत खरीफ 2021 में मेरा पानी-मेरी विरासत प्रोत्साहन राशि ली है और खरीफ 2022 में भी वह फसल विविधीकरण करता है तो इस योजना के तहत लाभ का पात्र माना जाएगा।