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भाजपा-शिवसेना में मतभेद दूर, इतने इतने सीटो पर लड़ेंगे दोनो

शिवसेना और भाजपा में चल रही खींचतान को आज काफी हद तक खत्म कर दिया गया। लोकसभा चुनाव के लिए दोनों दलों में सीट बंटवारे पर आज मुहर लग गई। महाराष्ट्र में अपने लिए बड़े भाई की भूमिका की इच्छा रखने वाली शिवसेना को समझौते के तहत 48 सीटों में से 23 सीटें मिलीं, जबकि बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

इस समझौते के बारे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारे बीच विचारों का मतभेद रहा है लेकिन हम विचारधारा के दृष्टिकोण से एक दूसरे से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब कुछ लोग इक_ा होकर राष्ट्रवाद पर भरोसा करने वालों को निशाना बना रहे हैं, तो राष्ट्रवाद में भरोसा रखने वाले दलों की जिम्मेदारी बन जाती है वे भी एक हों।

इस प्रेस कांफ्रेंस में उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे मन साफ हैं। जब पहले हमारी सरकार अटल जी के नेतृत्व में बनी थी, तब भी शिवसेना ने राम मंदिर का मुद्दा उठाया था। इस दौरान ठाकरे ने पीएम की फसल बीमा योजना का स्वागत भी किया।

इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, दोनों पार्टियों के समर्थकों को कहना चाहता हूं कि शिव सेना और अकाली ने हमेशा अच्छे-बुरे समय में बीजेपी का साथ दिया है। मुझे खुशी है कि दोनों पार्टियां मतभेदों को भुलकर आगे बढ़ रही हैं। हम दोनों कई मुद्दों पर साथ आगे बढ़े हैं। आने वाले चुनाव में हम विजयी बनेंगे। सेना और बीजेपी को कम से कम 45 सीटें मिलेंगी।

महाराष्ट्र में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं। भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 26 सीटों पर चुनाव लड़ा और 23 सीटों पर जीत दर्ज करवाई, जबकि शिवसेना ने 22 सीटों पर चुनाव लड़ा और 18 सीटों पर विजयी रही।