नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने गठबंधन को लेकर बयान दिया है। उन्होने कहा है कि अगर उनकी पार्टी को गठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी मोर्चा कमजोर होगा। इससे ‘पैदा होते ही मिट जाने’ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होने ये बयान उत्तर प्रदेश में बसपा और सपा के गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दिए जाने की खबरों के बीच दिया है।
खुर्शीद ने रविवार को एक साक्षात्कार में कहा कि उत्तर प्रदेश में महागठबंधन का साथ देना सभी विपक्षी दलों के लिए सबसे जटिल कवायद होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के सामने एक मजबूत चुनौती रखना कांग्रेस, बसपा, सपा और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के लिए मुश्किल काम है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हम सभी को कहीं न कहीं कुछ समझौता करना होगा और सिर्फ लेने-लेने या देने-देने से बात नहीं बनेगी। अगर चारों दलों के बीच लेन-देन सही हुआ तो हम भाजपा से अच्छी तरह लड़ सकेंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह ऐतिहासिक नुकसान होगा।’
खुर्शीद का यह बयान खबरों में किए गए उन दावों के बीच आया है जिसमें कहा गया है कि बसपा और सपा कांग्रेस के बिना लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को तैयार हैं। कांग्रेस ने इन खबरों को अफवाह बताते हुए खारिज कर दिया है। बसपा ने भी इन दावों को खारिज किया है कि 15 जनवरी को पार्टी प्रमुख मायावती के जन्मदिन के मौके पर पार्टी गठबंधन की घोषणा करेगी।
हालांकि बसपा और सपा दोनों ही सोनिया गांधी की अध्यक्षता में 10 दिसंबर को हुई संयुक्त विपक्ष की बैठक से नदारद रहीं। इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण में भी हिस्सा नहीं लिया।