नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के बजट-2020 को खोखला बताते हुए कहा कि यह सबसे लंबा बजट भाषण था किंतु इसमें कुछ भी नहीं था। राहुल ने संसद भवन परिसर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट 2020-21 में कुछ भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि भारत के सामने आज मुख्य मुद्दा बेरोज़गारी और अर्थव्यवस्था की हालत है। इसपर कोई केंद्रीय ठोस रणनीतिक योजना इस बजट में नहीं थी। राहुल ने कहा कि इतिहास में सबसे लंबा बजट था, परन्तु उसमें कुछ था नहीं, खोखला था।
गौरतलब है कि बजट पेश करते हुए सीतारमण ने मध्यहम वर्ग को बड़ी राहत दी। उन्होंने टैक्स स्लैब में बदलाव करते हुए कहा कि पांच लाख रुपए तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। उन्होंने टैक्स स्लैब में बदलाव करते हुए कहा कि अब 5 से 7.5 लाख रुपए की कमाई तक 10 फीसदी टैक्स देना होगा। 7.5 से 10 लाख रुपए की कमाई तक 15 फीसदी, 10 से 12.5 लाख रुपये की कमाई तक 20 फीसदी टैक्स देना होगा और 12.5-15 लाख रुपए तक की कमाई तक 25 फीसदी टैक्स देना होगा।