इससे मुंशीपुलिया की तरफ से आने वाले वाहन सीधे चिनहट की तरफ जा सकेंगे। इससे हाईकोर्ट के सामने लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा। मौजूदा समय में पॉलीटेक्निक चौराहे और कमता तिराहे पर फ्लाईओवर बने हुए हैं। दोनों को लिंक करने पर वाहन सीधे चिनहट पहुंच जाएंगे।
हाईकोर्ट के सामने जाम को खत्म करने के लिए इससे पहले पीडब्ल्यूडी ने दो प्रस्ताव पर काम शुरू किया था। इसमें एक एलीवेटेड सड़क या दूसरा भूमिगत सुरंग का निर्माण शामिल किया गया। भूमिगत सुरंग के निर्माण के मुश्किल होने की वजह से एलीवेटेड रूट को चुना गया।
ऐसे में यह संभावना भी देखी जा रही है कि क्या इस फ्लाईओवर को मुंशीपुलिया से पॉलीटेक्निक लिंक किया जा सकता है। हालांकि, इसमें मेट्रो लाइन रोड़ा बन सकती है। अगर ऐसा हुआ तो पॉलीटेक्निक से कमता, कमता से चिनहट और चिनहट से मटियारी लिंक करके एक पांच किमी से लंबा फ्लाईओवर तैयार हो जाएगा। इससे पूरे फैजाबाद रोड की ही जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।
वहीं करीब डेढ़ साल से बंद चल रहे पॉलीटेक्निक फ्लाईओवर के जल्द शुरू होने की संभावना है। सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआई) की टीम पुल के ऊपर लोड टेस्ट शुरू करने के लिए छह से 12 नवंबर तक लखनऊ में होगी। लोड टेस्ट के बाद पुल पर ट्रैफिक शुरू करने पर फैसला होगा। पीडब्ल्यूडी के नेशनल हाइवे डिवीजन के अधिकारियों ने 15 तक पुल पर ट्रैफिक शुरू होने की संभावना जताई है।
हाईकोर्ट के सामने एलीवेटेड रूट बनाने के प्रस्ताव को सही पाया गया है। कंसल्टेंट का चुनाव किया जा रहा है। फि जिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर अनुमति के लिए सरकार को प्रोजेक्ट भेजा जाएगा।