कारोबारियों ने जुलाई महीने का रिटर्न दाखिल करने के दौरान इनवॉयस मिलान करने में समस्या आने की शिकायतें की हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि जीएसटीआर-1, 2 और 3 दाखिल करने के नियमों की समीक्षा होगी।
कारोबारियों ने जीएसटीआर-2 दाखिल करने के दौरान इनवॉयस मिलान करने में समस्या आने की शिकायतें की हैं। यह समीक्षा की जाएगी कि क्या इनवॉयस मैचिंग को आने वाले महीनों में भी जारी रखा जाएगा।
एक जुलाई से लागू जीएसटी प्रणाली के तहत सरकार ने कारोबारियों को अगले महीने की 20 तारीख तक प्रारंभिक रिटर्न दाखिल करने और कर का भुगतान करने के लिए जीएसटीआर-3बी फॉर्म दाखिल करने की इजाजत दी है। यह फॉर्म सिर्फ जुलाई से दिसंबर तक के लिए वैध है और जनवरी से इसका उपयोग बंद हो जाएगा।
47 लाख ने दाखिल किया है जुलाई जीएसटीआर-1
अंतिम जीएसटी रिटर्न जीएसटीआर-1, 2 और 3 फॉर्म जमा कर दाखिल किया जाना है। कंपनियों ने जुलाई महीने के लिए जीएसटीआर-1 रिटर्न दाखिल कर दिया है, जो कि बिक्री रिटर्न है और 47 लाख से अधिक कंपनियों ने इसे दाखिल किया है।
इन बिक्री रिटर्न का मिलान खरीद इनवॉयस से किया जाना है, जिसे जीएसटीआर-2 में दाखिल किया जाना है। अभी तक जुलाई के लिए 21 लाख से अधिक कंपनियों ने जीएसटीआर-2 दाखिल किया है और दाखिल करने की अंतिम तिथि को एक महीने बढ़ाकर 30 नवंबर तक कर दिया गया है।
जीएसटीआर-1 और 2 का मिलान करने के बाद कंपनियों को जुलाई के लिए जीएसटीआर-3 दालिख करना है, जिसकी आखिरी तिथि 11 दिसंबर है। अधिकारी ने कहा कि इनवॉयस का मिलान एक मुद्दा रहा है और यह राय है कि हम समस्या खत्म होने के लिए कुछ और समय का इंतजार कर सकते हैं और तब तक के लिए हम शायद जीएसटीआर-3बी को दिसंबर के बाद भी आगे बढ़ा सकते हैं।