भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से रेपो दर में कटौती के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने कर्ज सस्ता करने का कार्य शुरू कर दिया है। अब सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओूबी) ने अपने ग्राहकों को सस्ते कर्ज का तोहफा दिया है।
बैंक ने MCLR से जुड़े लोन की ब्याज दर में 0.30 फीसदी की कटौती कर दी है। वहीं, एक महीने से एक साल की अवधि तक के ऐसे कर्ज की ब्याज दर 0.20 फीसदी घटा दी है।
नई ब्याज दरें 10 जून से प्रभावी हो जाएंगीष आसान शब्दों में समझें तो एमसीएलआर से जुड़े आईओवी के लोन अब और सस्ते हो गए हैं। इंडियन ओवरसीज बैंक ने रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट से जुड़े कर्ज पर भी ब्याज दर 7.25 फीसदी से घटाकर 6.85 फीसदी कर दिया है। इसका मतलब है कि बैंक के हाउसिंग, एजुकेशन व्हीकल लोन अब सस्ते हो गए हैं। साथ ही एमएसएमई को भी सस्ती दरों पर कर्ज मिल सकेगा।
वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र के कैनरा बैंक ने भी अपना लोन सस्ता कर दिया है। रेपो रेट से जुड़े कर्ज का ब्याज 0.40 फीसदी घटाकर 6.90 फीसदी कर दिया है। साथ ही अपनी MCLR में भी 0.20 फीसदी की कमी कर दी है। संशोधित ब्याज दरें आज से लागू कर दी गई हैं।
रिजर्व बैंक ने मई में रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की कटौती के बाद कई बैंकों ने इसका लाभ ग्राहकों को दिया है। पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक ने भी रेपो रेट से जुड़े कर्ज पर ब्याज दरों में 0.40 प्रतिशत की कटौती की है।
इससे पहले बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने ब्याज दर में 0.40 प्रतिशत की कटौती की थी। इसके अलावा पंजाब नैशनल बैंक, यूको बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने भी ग्राहकों को फायदा दिया हैं।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने सभी कर्ज पर MCLR में 0.20 प्रतिशत कटौती की है। नई दरें कल यानी 8 जून से लागू हो जाएंगी। इसके साथ ही एक साल की अवधि वाले कर्ज पर ब्याज दर 7.90 प्रतिशत से घटकर 7.70 प्रतिशत हो जाएगी।
वहीं, छह महीने की अवधि वाले लोन की ब्याज दर 7.50 प्रतिशत हो जाएगी। बैंक ऑफ इंडिया ने अपने MCLR को 1 जून से 0.25 प्रतिशत घटाने का एलान किया है। इससे ग्राहकों को हाउसिंग और कार लोन पर कम ब्याज चुकाना होगा।