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लोकसभा में स्मृति इरानी और सोनिया गांधी के बीच हुई नोकझोंक पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का एक भाषण वायरल हो रहा है

लोकसभा में स्मृति इरानी और सोनिया गांधी के बीच हुई नोकझोंक पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का एक भाषण वायरल हो रहा है, जिसमें वो भी सदन मे गुस्सा हुए थे उनकी नाराजगी को पूर्व पीएम चंद्रशेखर ने दूर की थी और अटल फिर अपनी रौ में आ गए थे संसद में बहस और हंगामा होता रहा है। नेताओं की नोकझोंक कोई नई बात नहीं है। तीखे शब्दबाण पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी भी छोड़ते थे। शब्दों के तीर उनके जमाने में भी चलता था। विपक्षी और सत्तारूढ़ सांसदों की टोकाटोकी उस दौर में भी चलती थी। अटल की वाकपटुता के सभी कायल थे। लेकिन दिवंगत पीएम के बारे में कहा जाता था कि जब वह गुस्से में होते थे तो आंखों मूंद लिया करते थे। यानी गुस्सा को जज्ब करने के लिए खुद से संवाद करना। उस गुस्से में भी वह कभी मर्यादा नहीं लांघते थे। दरअसल, इसका जिक्र यहां इसलिए हो रहा है कि बुधवार को जिस तरह से लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपत्नी बयान पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जो हंगामा हुआ और नोकझोंक हुई उससे क्या अटल अंदाज में बचा जा सकता था। लोकतंत्र की खूबसूरती विरोध करने और उसका उत्तर सुनने में होती है। संसद में अटल का यह भाषण के दौरान सत्तापक्ष की टोकाटोकी, गुस्सा सब दिख रहा है। लेकिन लोकंतत्र में नाराजगी के बाद भी कैसे बात आगे बढ़ती है आप इस भाषण से समझ सकते हैं। अटल ने अपने भाषण में कांग्रेस के मित्र के जरिए कटाक्ष किया था।


अटल बिहारी अपने विरोधियों के हमले को भी बड़ी ही हाजिरजवाबी के साथ अपने भाषण से जवाब देते थे। उनकी भाषण कला के सभी कायल थे। कभी उनको चेहरे पर गुस्से का भाव नहीं दिखता था। वे अपनी आलोचना स्वीकार भी करते थे और जो बात सही नहीं लगती थी उसका उत्तर भी संयत तरीके से देते थे। जब इंद्रकुमार गुजराल भारत के प्रधानमंत्री तो एक बार सदन में अटल कुछ बोल रहे थे। इसी दौरान सत्ता पक्ष की टोकाटोकी से अटल नाराज हो गए थे। आगे जानिए फिर हुए क्या था। लोकसभा में अटल एकबार भाषण दे रहे थे। वह बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर बोल रहे थे। गुजराल सरकार पर तंज भरे लहजे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब पटना में पानी भर गया है और वर्तमान सरकार उस पानी को निकाल नहीं पा रही है और कोर्ट आदेश दे रहा है कि सेना की मदद से उस पानी को निकालो तो इसमें मेरा क्या दोष है? उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि बिहार में प्राइवेट सेनाएं बनी हुई हैं और लोगों का कत्लेआम हो रहा है। इसी बयान के बाद किसी सदस्य ने अटल पर आरोप लगाया कि आप हिंदुस्तान की सबसे भ्रष्ट सरकार का समर्थन कर रहे हैं। इसपर अटल ने कहा कि आप प्रस्ताव ले आइए। फिर यहां से सदन में अटल का वो रूप दिखा जो किसी ने अभी तक देखा नहीं था।