देव श्रीवास्तव/खमरिया-खीरी|
खमरिया चौकी क्षेत्र के ऐरा गांव निवासी हरद्वारी (52) अपने बेटे राजेश (25) के साथ नाले के पार अपने खेत गए थे। शारदा नदी से निकले नाले को तटबन्ध से कन्ट्रोल करने के लिए रिंगबैंड बनाया गया है। जिसको पार करके दोनों लोग खेत गए थे। पहले बेटा राजेश नाला पार करके बाहर आ गया। पर पिता हरद्वारी निकलते समय नाले में पड़ी ह्यूम पाइप में उलझ गया। पिता को डूबते देख राजेश बचाने के लिए नाले में कूद गया। पर राजेश न खुद को बचा पाया और न ही पिता को।
आसपास लोगों ने हादसे की सूचना गांव आकर दी। जहां से यह जानकारी पुलिस को हुई। खबर पाकर खमरिया पुलिस और बाद में विधायक बाला प्रसाद अवस्थी,एसडीएम धौरहरा आशीष मिश्रा और सीओ श्रेष्ठा ठाकुर भी मौके पर पहुंच गईं। शुरुआत में करीब चार घण्टों तक गांव के लोगों ने नाले में पिता पुत्र को तलाश किया। जिनके नाकाम रहने पर रेहरिया से ट्रेंड गोताखोर बुलाए गए जो पिता के शव को निकालने में कामयाब हो गए वहीं । देर शाम तक वे भी नाले में डूबे पुत्र को तलाश नहीं कर पाए।
काल बनकर आया कोबरा
पड़ोस में ही बकरी चरा रहे राजू पुत्र सूरज निवासी बसहिया के द्वारा सूचना मिलने पर
पहुँचे गांव के ही तैराक रामनाथ ,राजेन्द्र,बाबू ,कृपा,जयकुवर ने पिता पुत्र को बचाने के लिए जब पानी घुसने लगे तो अचानक पानी मे कहीं से एक कोबरा साँप आकर इन सभी का रास्ता रोक लिया जिसके चलते लोग पिता पुत्र को बचाने में असमर्थ दिखे।काफ़ी प्रयास के बाद भी जब सांप ने इन लोगों को घटों पानी मे घुसने नहीं दिया। इस दौरान काफी समय हो गया था।काफ़ी समय बाद जब साँप दूसरी ओर गया तब जाकर लोगों ने पानी मे घुसकर पिता पुत्र की खोजबीन शुरू की।
एसडीएम की डांट के बाद मौके पर आई नाव
ऐरा में डूबे पिता पुत्र सहित पूरे गांव के लोग ऐरा तटबंध के समीप से जिस रास्ते से चारा लेने जाते है उस रास्ते पर काफी मात्रा में पानी भरा हुआ जहां प्रशासन द्वारा कोई भी नाव की व्यवस्था पहले से नहीं कि गई थी।दो दो मौतों के बाद मौके पर पहुँचे उपजिलाधिकारी आशीष मिश्रा ने जब देखा तो ग्राम प्रधान सहित अपने अधिनिस्थों को फटकार लगाते हुए तत्काल नाव की व्यवस्था करने को कहा जिसके कुछ ही घंटे बाद वहां नाव की व्यवस्था की गई।