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बीकेई के बैनर तले लघु सचिवालय में एकत्रित होंगे किसान

सिरसा

हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा अराजनीतिक के आह्वान पर मंगलवार को पूरे
हरियाणा प्रदेश में हरियाणा सरकार के पुतले जलाए जाएंगे। जानकारी देते हुए भारतीय किसान एकता बीकेई
प्रधान लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि जिस प्रकार से बकाया मुआवजा 258 करोड़ सहित किसानों की अन्य
मांगों व समस्याओं को लेकर बीकेई के बैनर तले सिरसा लघु सचिवालय के समक्ष किसानों का पक्का मोर्चा लगा
हुआ है। उसी प्रकार पिपली टोल प्लाजा केएमपी सोनीपत पर जमीनों के मुआवजे को लेकर सोनीपत के किसान
धरने पर बैठे हुए हैं। दोनों ही जगहों पर धरनारत किसानों के समर्थन में एसकेएम हरियाणा ने यह फैसला लिया है।
लखविंद्र सिंह ने बताया कि पुतला फूंक प्रदर्शन की इसी कड़ी में सिरसा जिला के किसान हरियाणा सरकार के साथ-
साथ जिला प्रशासन का भी पुतला जलाएंगे। उनका कहना है कि डीसी दफ्तर के सामने बैठे किसानों को कल 30
दिन का हो जायेंगे, परंतु जिला प्रशासन ने भी किसानों की कोई सुध नहीं ली है। जिसके लिए प्रधान लखविंद्र सिंह
औलख ने जिला भर के किसानों से 14 मार्च को सुबह 10.30 बजे सिरसा लघु सचिवालय के समक्ष पहुंचने की
अपील की है। औलख ने बताया कि सुबह 11 बजे तक सभी गांवों के किसान सिरसा पक्के मोर्चे पर इक्कठे होकर


हरियाणा सरकार और ज़िला प्रशासन की शव यात्रा लेकर लघु सचिवालय से बरनाला रोड होते हुए अंबेडकर चौक
पर जाकर पुतला दहन करेंगे। इसके बाद 15 फरवरी बुधवार को सिरसा जिला के पांचों विधायकों सहित डिप्टी
सीएम दुष्यंत चौटाला को डायरेक्ट या मेल के माध्यम 20 फरवरी को चंडीगढ़ विधानसभा में  शुरु होने वाले
विधानसभा सत्र में किसानों की आवाज उठाने के ज्ञापन सौंपेंगे। बीकेई प्रधान ने बताया कि किसानों की अन्य
समस्याओं सहित मुख्यत: 2020 के जिस बकाया मुआवजे के लिए किसान धरना लगाने को मजबूर हुए हैं, यह
मुआवजा किसानों की बर्बाद हुई फसल की स्पैशल गिरदावरी कर हरियाणा सरकार ने खुद तैयार किया था, जो अब
किसानों को देने से मुकर रही है। लखविंद्र सिंह ने हरियाणा सरकार को चेतवानी देते हुए कहा कि यदि इस प्रदर्शन
के बाद भी सरकार किसानों की मांगे पूरी नहीं करती तो आने वाले दिनों में किसानों को कोई कड़ा कदम उठाने को
मजबूर होना पड़ सकता है।