Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

किसान पराली न जलाएं, बेहतर प्रबंधन कर लाभ कमाएं : एसडीएम शंभू राठी -एसडीएम ने खेतों में जाकर किसानों को पराली प्रबंधन बारे किया जागरूक, पराली ना जलाने की अपील

डबवाली, 15 अक्टूबर।।(सतीश बंसल)
एसडीएम शंभू राठी ने कहा कि किसान पराली को जलाने की बजाय उसका उचित प्रबंध करके उससे लाभ कमाएं।
प्रदेश सरकार की ओर से पराली का प्रबंधन करने पर एक हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से राशि दी जा रही है।
किसान पराली प्रबंधन योजना का लाभ उठाकर पर्यावरण स्वच्छता में अपना सहयोग करें।
एसडीएम ने शुक्रवार को उपमंडल के गांव देसूजोधा, मांगेआना, जोगीवाला आदि गांव के खेतों में जाकर किसानों
को पराली को जलाने की बजाय उसके उचित प्रबंधन को लेकर जागरूक किया। उन्होंने किसानों से पराली न
जलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि धान की पराली जलाने से वायु प्रदूषित होती है जिस कारण कई प्रकार के
श्वास संबंधी रोग होने के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति भी खत्म हो जाती है। इसलिए किसान पराली को जलाएं
न बल्कि उसका सदुपयोग करते हुए बेहतर प्रबंधन करें।

उन्होंने बताया कि पहले जहां पराली की गांठ बनाकर पराली प्रबंधन करने पर ही एक हजार रुपये दिये जाते थे।
प्रदेश सरकार ने इस बार पराली को जमीन में मिलाकर पराली प्रबंधन करने वाले किसानों को भी एक हजार रुपये
प्रति एकड़ देने का निर्णय लिया है। इसका लाभ उठाने के लिये किसान को एग्रीहरियाणाडोटजीओडोटइन पोर्टल पर
ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने कहा कि किसान अपने नजदीकी कस्टम हायरिंग सेंटर से संपर्क
करके कृषि यंत्रो द्वारा धान की पराली का प्रबंधन करें।