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केस वापसी को लेकर किसानों ने जताया रोष, सौंपा ज्ञापन

सिरसा। -((सतीश बंसल ) शहर में हुए रणवीर गंगवा के चर्चित मामले में केन्द्र व हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के सभी केस वापिस लेने के आश्वासन के बाद भी केस अभी तक सिरसा कोर्ट में चल रहे हैं। जिसे रद्द करवाने के लिए किसानों ने सिरसा बीकेई कार्यालय के सामने नेहरू पार्क में इक_े होकर मीटिंग की। मीटिंग के उपरांत उपायुक्त सिरसा को मांग पत्र सौंपा गया। किसानों की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान एकता अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने उपायुक्त से कहा कि वे इस बारे में हरियाणा सरकार से बात करके मामले का समाधान निकाले, ताकि प्रशासन किसानों के साथ हुई मीटिंग में किए गए वादे के मुताबिक कोर्ट से इस केस का अपना दावा वापिस ले। लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि किसान आंदोलन के चलते रणवीर गंगवा मामले में पुलिस ने सिरसा जिला के पांच किसानों को रात को उनके घरों से गिरफ्तार करके जेल में बंद कर दिया था और कुछ अन्य किसान जो मौके पर पुलिस के हाथ नहीं लगे उनके नाम भी जिला प्रशासन व कोर्ट द्वारा सम्मन जारी किए गए थे। अपने पांच साथियों को जेल से रिहा करवाने के लिए किसानों ने शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम में इकठ्ठे होकर जिला अधीक्षक के कार्यालय के घेराव का प्रोग्राम बना लिया था। संयुक्त किसान मोर्चे से राकेश टिकैत, बलदेव सिंह सिरसा, जगजीत सिंह डल्लेवाल, रवि आजाद और किसान जत्थेबंदी बीकेई सहित सिरसा की कई किसान जत्थेबंदियों ने भाग लिया था।

किसानों की भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने रैपिड एक्शन के सहारे कचहरी परिसर के गेट पर बड़े-बड़े पत्थर के बैरीकेट लगाकर किसानों का रास्ता रोक दिया और किसानों ने सूझबूझ दिखाते हुए कचहरी के गेट के सामने रोड पर ही डेरा डाल लिया और प्रशासन पर दवाब बनाने के लिए किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने भूख हड़ताल शुरु कर दी। इस दौरान एसपी सिरसा से किसानों की कई वार मीटिंग हुई ए आखिर कुछ दिनों में ही किसानों के दवाब के चलते प्रशासन ने गिरफ्तार किए गए किसान जेल से बाहर निकाल दिए और किसानों से वादा किया कि कोर्ट के प्रोसेस के साथ जल्द ही सभी किसानों पर बने केस वापस ले लिए जायेंगे। प्रशासन के आश्वासन के बाद किसानों ने बलदेव सिंह सिरसा की भूख हड़ताल खत्म करवा कर धरना उठा लिया। इसके बावजूद अभी तक भी नामजद किसानों की कोर्ट में तारीख लग रही है। प्रशासन द्वारा किसानों के साथ धोखा किया गया है। जिसके रोष स्वरूप किसानों ने डीसी को ज्ञापन देकर चेतवनी भी दी है कि यदि समय रहते किसानों के लंबित केस रद्द न किए गए तो आने वाली 29 मई को औढ़ां में होने वाली मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की रैली के दौरान मुख्यमंत्री को किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा। इस मौके पर बीकेई महासचिव गुरप्रीत गिल, रविंदर सिंह घुमन, बापू कश्मीर सिंह, अंग्रेज सिंह कोटली, राम सिंह वैदवाला, गुरदीप सिंह मलेवाला, रविंदर कंगनपुर, गांव फगू से मौला सिंह, खुशदीप सिंह, जोगिंदर सिंह, आत्मा सिंह, गुरदीप सिंह, काका सिंह, जोगिंदर सिंह, महेंद्र सिंह सन्धु, गुरलाल सिंह, बलजीत सिंह, बेअंत सिंह, महेंद्र सिंह, आकाश सिंह, अजायब सिंह, शेर सिंह सहित अन्य किसान मौजूद रहे।