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पहले की सरकारें अयोध्या आने से डरती थीं, हमारी सरकार ने…? : योगी आदित्यनाथ

 

अयोध्या। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में शनिवार को आयोजित तीसरे दीपोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि पहले की सरकारें श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या आने से डरती थीं। लेकिन भाजपा की सरकारें इसके विकास का कार्य कर रहीं हैं।

उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ है। इस संकल्प को पूरा करने को आज 226 करोड़ की 20 परियोजनाओं की सौगात दी जा रही है। इससे अयोध्या नगरी को विकसित करने की ओर बढ़ाया जा रहा है।

उन्होंने कहा भारत के इस सांस्कृतिक विरासत का आभास अब पूरी दुनिया कर रही है। काशी के उन्नयन का कार्य हो या प्रयागराज का कुंभ, इन सबको अंगीकार करने का प्रयास हर भारतीय को करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति को स्थापित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा की रामराज्य की कल्पना हमारे मन मे स्वतः स्फूर्त है। किसी भी प्रकार के दुख का आभास न होना ही रामराज्य है। इसे मोदी सरकार साकार कर रही है। आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान, विद्युत कनेक्शन, उज्ज्वल योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, आयुष्मान भारत आदि के बिना किसी भेदभाव के समान रूप से लागू किया जाना ही रामराज्य है।

उन्होंने कहा कि भारत उस स्थिति में ही कि अगर कोई इसे छेड़ता है तो भारत उसे छोड़ता नहीं है। स्वाभिमान को ललकारने वाले को उसके घर मे घुसकर जवाब देने का कार्य हो रहा है। यह आदर्श रामराज्य का है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें अयोध्या नाम से डरती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं है। यहां हर बार आने के साथ ही विकास की योजनाएं और बजट आ रहे हैं। अब तो अयोध्या से दूर बहने वाली सरयू मां ने भी अवध से नजदीकी बनानी शुरू कर दी है। आयोध्या को पहचान दिलानी है। इस आयोजन को पर्यावरण की रक्षा करते हुए आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि श्रीराम के आदर्शों से प्रेरित होकर ही हम सब देश और प्रदेश के विकास में योगदान देने का संकल्प लें।