हमारे जीवन में हर इंसान की कुछ न कुछ अलग आदतें होती हैं। जो हमारे जीवन में गहरा असर डालती है. जिनमें से कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो आपके जीवन के लिए खतरनाक हो सकती हैं। और कुछ बहुत अच्छी. हिन्दू ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, सामुद्रिक शास्त्र, ऐसी ही कुछ विधाएं हैं जिनके प्रयोग से हम जीवन में आ रहे संकटों के रुख मोड़ सकते हैं। तकलीफ होने पर लोग इन शास्त्रीय उपायों का प्रयोग करते हैं,
बताते चले हमारे हिन्दू धर्म शास्त्रों में ईश्वर की पूजा के समय फूल चढाने का अलग महत्व का वर्णन किया गया है और ईश्वर भी प्रसन्न होते हैं। पूजा के दौरान फूल चढाने चाहिए लेकिन कुछ विशेष बातों का भी इस दौरान ध्यान रखना चाहिए अन्यथा गलती होने पर देवी-देवताओं की नाराजगी भी झेलनी पड सकती है।
आइए जान लेते हैं कि आखिर किन चीजों का इस दौरान ध्यान रखा जाए
- फूलों में सकारात्मक उर्जा होती है और इस उर्जा से व्यक्ति को लाभ मिलता है।
- मंदिर में फूल चढाने से पहले फूलों को साफ,शुद्व पानी से धो लेना चाहिए।
- हर देवी-देवता को फूल चढाने का अलग महत्व होता है और जो फूल चढाना वर्जित होता है उन्हें नहीं चढाना चाहिए।
- मंदिर में पुराने चढे हुए फूलों को सावधानीपूवर्क अलग से रख देना चाहिए और पैर नहीं लगने देना चाहिए।
देवी-देवता को फूल चढाने से पहले सूंघना नहीं चाहिए । - मंदिर में चढे हुए कुछ फूलों को अपने पास भी रखा जा सकता है। क्यों कि इससे सकारात्मक उर्जा भी अपने पास रहेगी।
- पुराने चढे हुए फूलों को कूडा कचरा में नहीं डालना चाहिए बल्कि इन्हें खाद के रूप में उपयोग लिया जा सकता है।
- इसके अलावा पुराने चढे हुए फूलों को नदी,तालाब में प्रवाहित किया जा सकता है।
- हमेशा ताजा फूल ही ईश्वर को चढाने चाहिए।
- इस तरह फूलों को काम लेने से देवी-देवताओं की नाराजगी से बचा जा सकेगा और ईश्वर की कृपा से जीवन में सुख-समृद्वि के रास्ते खुलेंगे।