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उपायुक्त ने किया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डेली एंट्री पोर्टल लांच

सिरसा

उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) बाल स्वास्थ्य जांच और
शुरुआती उपचार को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत की गई एक
महत्वपूर्ण पहल है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों मे व्याप्त चयनित स्वास्थ्य स्थितियों की शीघ्र जांच और
उपचार करना है।
उपायुक्त मंगलवार को स्थानीय लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के
तहत आरबीएसके डेली एंट्री पोर्टल लांच करने उपरांत संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त डा.
आनंद कुमार शर्मा, स्वास्थ्य विभाग के उपसिविल सर्जन डा. शम्मी जिंदल, नोडल अधिकारी डा. भरत भूषण,
आरबीएसके मैनेजर डा. अंकुर कटारिया ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य आरबीएसके प्रोग्राम को ओर सुदृढ़
बनाना है जिससे कि अधिक से अधिक बच्चों को इस योजना का लाभ मिल सके।
उपायुक्त ने बताया कि इस कार्यक्रम मे जन्म से 18 वर्ष तक के आयु वर्ग के आंगनबाड़ी व सरकारी स्कूलों में पढ़ने


वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के सभी बच्चों को शामिल किया गया है। मोबाइल स्वास्थ्य टीमों द्वारा 06 वर्ष
से कम उम्र के बच्चों की आंगनबाड़ी केंद्रों पर वर्ष मे दो बार जांच और स्कूली बच्चों की वर्ष मे एक बार जांच की
जाती है। मोबाइल स्वास्थ्य टीम मे दो आयुष चिकित्सक (एक पुरुष व एक महिला), एक एएनएम व एक
औषाधारक होते है।
आरबीएसके मैनेजर डा. अंकुर कटारिया ने बताया कि बच्चों की स्क्रीनिंग के लिए जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा
कुल 11 टीमें बनाई गई है। जिला शीघ्र उपचार केन्द्र (डीईआईसी) जो विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करता है तथा रोग की
पुष्टि, रेफर, प्रबंधन और रिपोर्टिंग जैसी सभी गतिविधियों के केंद्र के रूप मे कार्य करता है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत
दिल की बीमारी, कटे होंठ व तालुआ, क्लबफुट, न्युरल ट्यूब डिफैक्ट, भैंगापन, जन्मजात मोतिया बिंद जैसी
बीमारियों का नि:शुल्क उपचार आरबीएसके इम्पैनल्ड अस्पताल जैसे नारायणा हस्पताल जयपुर, फोर्टिस
हस्पताल मोहाली, सर्वोदय हस्पताल फरीदाबाद, धीर हस्पताल भिवानी इत्यादि हस्तपालों मे करवाया जाता है।