आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और पुणे वॉरियर्स के लिए खेल चुके क्रिकेटर हरप्रीत सिंह भाटिया पर जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है। हरप्रीत छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के कप्तान भी हैं। उनपर आरोप है कि सरकारी नौकरी लेने के लिए उन्होंने फर्जी मार्कशीट का इस्तेमाल किया। इस मामले में विधानसभा थाने में मामला दर्ज कराया गया है। 2014 में किया था आवेदन अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हरप्रीत ने 2014 में क्रिकेट कोटे से लेखा परिक्षक लेखापाल पद के लिए आवेदन किया था। आवेदन के साथ उन्होंने अपने डॉक्यूमेंट भी दिए थे। उन्होंने झांसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी का ग्रेजुएशन मार्कशीट जमा किया था। उनका लेखापाल के लिए चयन भी हो गया था। जब दस्तावेज की जांच कराई गई तो वह फर्जी निकली। यूनिवर्सिटी से जानकारी मिली कि हरप्रीत का अंतिम वर्ष का अनुक्रमांक वहां दर्ज ही नहीं है।
यूनिवर्सिटी से प्राप्त जानकारी के आधार पर इस कार्यालय द्वारा सरकारी कामकाज एवं फर्जी दस्तावेज पेश करने में हरप्रीत भाटिया पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस हरप्रीत सिंह भाटिया की तलाश कर रही है। रिपोर्ट है कि वे अभी मैच खेलने के लिए पंजाब गए हुए हैं। मध्य प्रदेश के लिए भी खेल चुके। 30 साल के हरप्रीत सिंह भाटिया ने 2010 से 2012 के बीच 4 आईपीएल मैच खेले हैं। इसमें उनके बल्ले से तीन पारियों में 20 रन निकले। 2017 में सरफराज खान के चोटिल होने के बाद आरसीबी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने 2008 में मध्य प्रदेश के लिए घरेलू मैचों में डेब्यू किया था। 2018-29 रणजी ट्रॉफी से पहले उन्होंने छत्तीसगढ़ ट्रांसफर करा लिया। उनके नाम 70 फर्स्ट क्लास मैच में 4489 और 77 लिस्ट ए मैच में 2507 रन दर्ज हैं।