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कोरोना सतर्कता : सोनभद्र के कैदी बना रहे मास्क, आदिवासियों को दिए जाएंगे निःशुल्क

 

सोनभद्र। कोरोना वायरस को लेकर शासन, प्रशासन अलर्ट है और इससे बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं जिला कारागार में भी इस महामारी से बचाव के लिए प्रभावी पहल की जा रही है। इसके तहत कैदियों ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। संक्रमण से बचाव के लिए कैदी मास्क बनाने में जुट गए हैं। ये मास्क यहां कैदियों, उनसे मिलने के लिए आने वाले लोगों सहित आसपास रहने वाले आदिवासी परिवारों को निःशुल्क मुहैया कराये जाएंगे।

कोरोना वायरस के बचाव के लिए लोग सतर्कता की दृष्टि से मास्क का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी वजह से जहां मास्क की कीमतों में इजाफा हो गया है। वहीं स्टॉक खत्म होने के मामलों से लेकर कालाबाजारी की भी शिकायतें आ रही हैं। इस पर भी गरीब तबके के लिए मास्क पर खर्च कर पाना मुश्किल है। ऐसे में सोनभद्र के घुरमा जिला कारागार प्रशासन ने अपने बंदियों के साथ गरीब आदिवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए मास्क बनाने की पहल की है।

घुरमा कारागार अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि नेशनल कोल फील्ड के सहयोग से हमारे यहां सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण केन्द्र बना हुआ है। उसमें सीखने वाले 10 बन्दियों ने मास्क बनाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने बताया यह मास्क यूनीसेफ की गाइडलाइन के अनुसार बनाया जा रहा है। सिलाई में प्रशिक्षित 10 बन्दी इसके निर्माण में तेज गति से लगे हैं। इसे बनाने के लिए सूती कपड़ा और टिशू पेपर मिलाकर डबल लेयर की सिलाई की जा रही है। इसकी लागत करीब 8 रुपये के आस-पास आ रही है। बंदियों को प्रतिदिन 200 मास्क बनाने का लक्ष्य दिया गया है।

उन्होंने बताया कि हमारे यहां करीब 900 बंदी है। जिन्हें सर्वप्रथम यह मास्क बांटा जाएगा। फिर आस-पास के इलाके में रहने वाले आदिवासियों को नि:शुल्क वितरित करने की योजना है। इसके अलावा बंदियों से मिलने वाले हर व्यक्ति को भी मास्क दिया जाएगा। वहीं दालत की कार्यवाही में जाने वाले सभी लोगों को भी मास्क दिया जाएगा।

सोनभद्र में कोरोना के एक ही परिवार के चार संदिग्ध मरीज पाए गये हैं। उन्हें रविवार को आइसुलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। हाल में ही चारों नेपाल से घूमकर लौटे थे। इनके सैंपल को रिजर्व करने के बाद उसे बीएचयू जांच के लिए भेजा जा चुका है। इसके बाद से स्वास्थ्य महकमा और अलर्ट हो गया है। कारागार अधीक्षक ने बताया कि हमारी कोशिश है कि जेल में यह किसी भी कीमत पर न पहुंच पाए। इसीलिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि हमारे कैदी सुरक्षित रहे।

जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदियों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है। सभी को ऐतिहातन मास्क पहनने की हिदायत भी दी जा रही है। इसके हानि लाभ भी बताएं जा रहे हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित 13 मामले पॉजिटिव मिले हैं। संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक विकास इंदु अग्रवाल ने बताया कि आगरा में 8 मरीजों के अलावा गाजियाबाद व लखनऊ में दो-दो और नोएडा में एक मरीज में कोरोना वायरस पाया जा चुका है। एतिहात के तौर पर लखनऊ-आगरा सहित प्रदेश के 11 जनपदों में मल्टीप्लेक्स, सिनेमाघर और क्लब बंद कर दिये गये हैं। इसके अलावा प्रदेश भर के सभी शिक्षण संस्थान 22 मार्च तक पहले ही बंद कर दिए गए हैं। कोरोना वायरस के नियंत्रण एवं संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में विशेष अभियान चलाने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।