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सीएम योगी ने किया अपने इस मंत्री को बर्खास्त, बीजेपी के खिलाफ कर रहे थे बगावती झंडा बुलंद

लखनऊ। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर पर योगी सरकार ने कार्रवाई की कवायद शुरु कर दी है।

दरअसल, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल राम नाईक से राजभर को बर्खास्त करने की सिफारिश की। सीएम ने यह फैसले रविवार को आए एक्जिट पोल के नतीजों के ठीक बाद लिया है। बता दें कि करीब 8 से 9 एग्जिट पोल में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की वापसी करते दिखाया गया है।

सीएम के फैसले का राजभर ने किया स्वागत

उधर, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत किया है।दरअसल, राजभर काफी काफी लंबे समय से भाजपा और खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बोलते रहे हैं, जिसकी आलोचना होती रही है। कई बार तो उन्होंने ऐसे बयान भी दिए हैं जो भाजपा के लिए मुसीबत बने हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के हक में गए हैं।

ऐसे में अब जब एग्जिट पोल के नतीजे सामने हैं और चुनावी प्रक्रिया लगभग खत्म ही हो गई है तो यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनके खिलाफ एक्शन की बात की है।

बीजेपी के खिलाफ लड़ रही सुभासपा चुनाव

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले ही ओम प्रकाश राजभर ने पिछड़ा वर्ग मंत्रालय का प्रभार छोड़ने की पेशकश की थी। हालांकि, तब उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया था। वहीं आम चुनाव के दौरान भी राजभर का बगावती तेवर तब और भी मुखर हो गया जब भाजपा ने उनके मनमुताबिक 5 सीटें उनकी पार्टी को नहीं दी।

इसके बाद राजभर की पार्टी ने खुद 39 उम्मीदवार चुनाव में उतारे। वहीं कुछ सीटों पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार भी किया था। हालही, राजभर के पुत्र सुभासपा महासचिव अरूण राजभर ने स्पष्ट किया था कि भाजपा के साथ विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन था ना कि लोकसभा चुनाव के लिए।