मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पद संभालने के बाद यूपी में कानून-व्यवस्था को लेकर कई दावे किये गये थे. इन दावों से प्रदेश की जनता में उम्मीद बंधी थी. लेकिन यूपी में ताबड़तोड़ रेप की घटनाओं को अंजाम देकर बदमाश खुलेआम सरकार को चुनौती देते नजर आ रहे हैं.
महिला सुरक्षा को लेकर योगी सरकार एक्शन मोड में
गत दिनों कठुआ और उन्नाव गैंगरेप केस के खिलाफ देशभर में उबाल को देखते हुए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार महिला सुरक्षा को एक्शन मोड में दिख रही है. राज्य सरकार नाबालिग से रेप पर फांसी की सजा के लिए केंद्र सरकार से कानून बनाने का प्रस्ताव भेजेगी.
नाबालिग से रेप पर मिले सजा-ए-मौत
मुख्यमंत्री ने सभी मंडलायुक्तों, जोन के एडीजी और आईजी रेंज को अपराधियों और अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. दुराचारियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाना जरूरी है. नाबालिग लड़कियों से बलात्कार करने वालों को सजा-ए-मौत के लिए कानून में जरूरी प्रावधान किया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार केंद्र को एक प्रस्ताव भेज रही है.
अपराध के लिए 1090 वुमेन पावरलाइन
मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू की गई 1090 वीमेन पावर लाइन को बेहतर बनाने के लिएकहा कि इसे यूपी 100 और एंटी रोमियो स्क्वॉयड से जोड़ा जाए. उन्होंने जिलों के अधिकारियों और सामाजिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थाओं और महिला संगठनों के साथ मिलकर 1090 सहित अलग-अलग पुलिस सेवाओं के बारे में आमजन को जागरूक करने की जरूरत बताई.
दागी न बनें थानेदार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आईपीएस अफसरों को दागी छवि वाले पुलिसवालों को फील्ड में तैनात नहीं करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि अगर कही से कोई शिकायत मिली तो फिर खैर नहीं. हाल में ही झांसी के एक थानेदार की एक अपराधी से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था. इसमें वह पुलिस एनकाउंटर से बचने के लिए ‘स्टिंग करने को कह रहा था, थानेदार सुनीत सिंह को डीजीपी ओपी सिंह ने बर्खास्त कर दिया है.