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बुलंदशहर हिंसा:योगी सरकार देगी इंस्पेक्टर के परिवार को 50 लाख रूपये और एक सरकारी नौकरी.जानिये पूरा घटनाक्रम

लखनऊ|

एक बार फिर गोकशी के शक में उत्तर प्रदेश में आग लगी है और भीड़ ने एक इंस्पेक्टर सहित एक युवक की जान ले ली है|गोकशी के शक पर शुरू हुई ये मामूली घटना आखिर में खूनी संघर्ष तक कैसे पहुंच गई, यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने तफ्सील से इस घटनाक्रम की जानकारी दी.

जानिए पूरा घटनाक्रम

उन्होंने बताया, ‘सोमवार सुबह करीब 10.30-11 बजे के बीच बुलंदशहर के थाना स्याना में यह सूचना मिली कि ग्राम मऊ के खेतों में कुछ गोवंश के अवशेष पाए गए हैं. गांव के भूतपूर्व प्रधान ने इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद स्याना थाने के पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पुलिसबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने उत्तेजित ग्रामीणों को समझाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया.’

ट्रॉली में भर लिए अवशेष

एडीजी ने बताया कि पुलिस की बात पर कुछ ग्रामीण मान गए,  लेकिन कुछ उत्तेजित ग्रामीणों ने जानवर के अवशेष (संभावित तौर पर गोवंश के अवशेष) ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर चौकी चिंगरावठी के 10 मीटर पहले स्याना-गढ़ रोड को ब्लॉक कर दिया. ग्रामीणों ने पूरा रोड जाम कर दिया. जिस पर सीओ समेत थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हें समझाने की कोशिश की.

एडीजी के मुताबिक, भीड़ जाम खोलने को राजी नहीं हुई और मामला बिगड़ गया. ग्रामीणों ने चौकी पर भारी पथराव किया. पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज भी किया.एडीजी ने बताया कि इस दौरान वहां तीन गांवों के मिलकर करीब 400 लोग थे.

भीड़ ने जमकर किया बवाल

एडीजी ने बताया कि उत्तेजित भीड़ ने चौकी चिंगरावठी के बाहर खड़े वाहनों को डैमेज किया. तीन चार वाहनों में आग भी लगाई गई. पथराव के बीच पुलिस ने फायरिंग की, आंसू गैस के गोले छोड़े. जबकि ग्रामीणों ने भी कट्टे से फायरिंग की. हिंसा के दौरान इस्पेक्टर के सिर में इंजरी हुई. जिसके बाद थाने की गाड़ी में सुबोध कुमार को ले जाया गया, लेकिन ग्रामीण वहां भी आ गए और गाड़ी पर पथराव कर दिया.

गोली लगने से हुई इंस्पेक्टर की हत्या

एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि सुबोध कुमार के सिर में गहरा जख्म हुआ, जिससे काफी खूब बह गया था. डॉक्टरों ने प्रथम दृष्टया बताया कि संभवत: अधिक खून बहने से इंस्पेक्टर की मौत हुई. एडीजी ने बताया कि ब्लंट ऑब्जेक्ट से ये इंजरी हुई है. हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक सुबोध कुमार की मौत गोली लगने से हुई है.डीएम अनुज झा के मुताबिक, ‘डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि सुबोध कुमार की मौत सिर में गोली लगने से हुई है.’ जिलाधिकारी के मुताबिक, सुबोध कुमार और सुमित की हत्या की जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी|

SIT टीम गठित

  • राजधानी लखनऊ में सोमवार शाम एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.आनंद कुमार ने बताया कि एडीजी इंटेलिजेंस मामले की जांच कर रहे हैं जो 48 घंटे में गोपनीय इंक्वायरी रिपोर्ट जमा करेंगे. गोकशी की घटना और हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. दोनों केस रजिस्टर किए जा रहे हैं.
  • उन्होंने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक मेरठ की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया गया है, जिसमें तीन से चार अधिकारी शामिल होंगे, जो पूरी घटना की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे.
  • एडीजी आनंद ने बताया कि जिलाधिकारी बुलंदशहर ने इस घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिये है. अभी इस संबंध में एक मामला गोकशी का दर्ज किया गया है, जिसमें सात नामजद हैं लेकिन अभी सुरक्षा की दृष्टि से इन लोगों के नाम नहीं बताये जा सकते हैं.

इज्तिमा से कोई वास्ता नहीं

  • एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि इज्तिमा से लगभग 6-7 लाख लोग जा चुके हैं. लेकिन अभी भी काफी संख्या में लोग वहां से जा रहे हैं. तनाव रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षाबल तैनात है. न्यायिक जांच के भी आदेश दे दिए हैं.
  • क्या इस घटना में किसी पार्टी से जुड़े नेता शामिल हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जांच टीम गठित कर दी गई है, जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

योगी सरकार देगी सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये

इस पूरे घटनाक्रम को देखने के बाद बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी 40 लाख, माता -पिता को 10 लाख और परिवार में एक सरकारी नौकरी देने की बात कही|

अख़लाक़ केस की जांच कर रहे थे सुबोध

आपको बता दें,एडीजी लॉ एंड आर्डर आनंद कुमार ने बताया कि दादरी में हुए अखलाख मॉब् लिंचिंग केस में 28 सितम्बर 2015 से  9 नवम्बर 2015 तक जांच अधिकारी थे|इस केस में चार्जशीत भी दाखिल की जा चुकी थी|