Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

मोहाना नदी में दो बालक डूबे, मचा हाहाकार

देव श्रीवास्तव|

तिकुनियां-खीरी।

कोतवाली क्षेत्रांतर्गत ग्राम कौडिय़ाला के समीप मोहाना नदी में नहाने गए दो नाबालिग बालक डूब गए। सूचना पर पहुंचे गांव के
तैराकों व गोताखोरों द्वारा काफी प्रयास किया गया परंतु तब तक देर हो चुकी थी। इधर घटना से परिवारीजनों में कोहराम मच गया और रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ था। सूचना पाकर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और पीडि़त परिवारीजनों को ढांढस बंधाया। बताते हैं कि ग्राम सुथना बरसोला निवासी दिनेश का पुत्र चंदन (13) और स्वर्गीय राम सिंह का पुत्र राजकरन (11) रविवार को प्रात: करीब नौ बजे पूजा के लिए गुरुद्वारा कौडिय़ाला घाट गए थे। बच्चे दिन भर घर नहीं पहुंचे तो शाम को बच्चों की खोजबीन शुरु हुई तो गुरुद्वारे के समीप पहुंचने पर पता चला कि दो बच्चे मोहाना नदी में डूब गए हैं। इस सूचना पर परिवारीजन मौके पर पहुंचे तो नदी किनारे बच्चों के कपड़े व साईकिल देख हक्के-बक्के रह गए और अपने बच्चे होने की पुष्टि की। पीडि़त पिता दिनेश ने बताया कि उसका बेटा चंदन तिकुनियां स्थित महाराजा अग्रसेन इंटर कालेज में कक्षा आठ में पढ़ता था। वह उनका इकलौता पुत्र था। इधर दूसरे डूबे बालक राजकरन की मां माधुरी ने बताया कि उसका लड़का राजकरन स्थानीय मां भगवती विद्या मंदिर में कक्षा पांच में पढ़ता था। घटना से पड़ौसी दोनों परिवार सदमे में है। नायब तहसीलदार ज्ञान प्रताप ने बताया कि राजस्व कर्मियों को लगाकर डूबे बालकों की हरसंभव खोज करवाई जा रही है।


बरामद कपड़े इत्यादि से नहाने का लगा अंदाजा


तिकुनियां-खीरी। बीती शाम मोहाना नदी में दो बालकों की डूबने से की हुई घटना के बाद जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो दोनों लड़कों के कपड़े, चप्पल व साइकिल नदी किनारे बरामद होने से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों बालक नहाने के लिए मोहाना नदी में उतरे थे। हालांकि दोनों पीडि़त परिवारीजनों के अनुसार डूबे दोनों बालक तैरना नहीं जानते थे।


पिता की भी डूबने से हुई थी मृत्यु


तिकुनियां-खीरी। मोहाना में डूबे राजकरन के पिता रामसिंह की भी कई वर्ष पूर्व डूबकर मृत्यु हो गई थी। परिवारीजनों के अनुसार बरसोला कला के समीप गहरे कुंड में डूब जाने से रामसिंह की मृत्यु हो गई थी। बरसोला कला के पूर्व प्रधान राजाराम मौर्य ने बताया कि घटना के बाद तहसील प्रशासन से पीडि़त परिवारीजनों को सरकारी आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई थी।