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धोखाधड़ी कर दूसरे के खाते से पैसे निकालने वाली महिला को बैंक मैनेजर ने पकड़ा 

देव श्रीवास्तव|
निघासन-खीरी।
दूसरे के खाते से धोखाधड़ी करके रुपए निकाल रही एक महिला को बैंक के स्टाफ ने सोमवार की दोपहर धर दबोचा। शाखा प्रबंधक की सूचना पर पहुँची पुलिस ने महिला को हिरासत में लेते हुए उसके खिलाफ धोखाधड़ी सहित तीन अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।

कस्बे की इलाहाबाद बैंक में दूसरे के खाते से रुपये निकालने का एक मामला प्रकाश में आया है। शाखा प्रबंधक दीपांशु श्रीवास्तव ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है, कि सोमवार सुबह कैश काउंटर पर पहुँची एक महिला ने बचत खाते से तेरह हजार रुपये निकालने के लिए विड्रॉल बाउचर भर कर जमा किया। बाउचर कैशियर अंशु रंजन के पास पहुँचते ही उन्हें कुछ शक हुआ तो कैशियर ने बाउचर पर महिला से पहचान स्वरूप पुनः हस्ताक्षर करवाये लेकिन खाते से मिलान नही हुआ, तो उसे शाखा प्रबंधक के पास जाकर हस्ताक्षर प्रमाणित कराने को कहा। यह बात सुनते ही वह घबरा गई ओर कैशियर से नोक झोंक करने लगी। कैश काउंटर पर शोर शराबा देख बैंक स्टाप ने खाता सत्यापन के लिए विड्रॉल को खाता फार्म से मिलान किया गया, तो खाता दूसरे का निकला। सख्ती से पूछताछ की गई तो महिला ने बैंक स्टाप को बताया कि यह खाता उसका नही है। उसे एक रंगीलाल नामक युवक ले कर आया था। इस काम के एवज में रंगीलाल उसे पांच सौ रुपये देते था। उसने बताया कि इससे पहले वह क्षेत्र की कई बैकों से रुपये निकाल चुकी है। दूसरे के खाते से रुपये निकालने की पुष्टि होते ही बैंक पहुँची पुलिस को शाखा प्रबंधक ने बताया कि यह महिला जिस खाते से रुपये निकालने के लिए आई थी। उस खाते में मात्र तेरह हजार रुपये ही थे। खाते से पूरा पैसा निकालने पर कारण सहित खाते का सत्यापन किया जाता है। महिला ने बताया कि वह गांव रायपुर कोतवाली निघासन की निवासिनी है और उसका नाम प्रेमा देवी पति द्वारिका प्रसाद है। इस बावत प्रभारी निरीक्षक संजय त्यागी ने बताया कि बैंक स्टाप के बयानों के साथ ही शाखा प्रबंधक की तहरीर के आधार पर महिला के खिलाफ धोखाधड़ी सहित तीन अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।