अयोध्या। कार्तिक मास के देवोत्थानी एकादशी तिथि पर 06 नवम्बर को रामजन्मभूमि अधिग्रहीत परिसर के समीप अमावां मंदिर में रामलला की भव्य मूर्ति स्थापित की जाएगी।
अयोध्या मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और अगले कुछ ही दिनों में संभावित फैसला भी आने वाला है। संतों को उम्मीद है कि सबूतों के आधार पर निर्णय रामलला के ही पक्ष में आएगा और रामलला टेंट से आजाद होकर भव्य मंदिर में विराजेंगे। रामकोट मुहल्ले में स्थित अमावां मंदिर के प्रबंधक पूर्व आईपीएस किशोर कुणाल ने सोमवार को बताया कि मंदिर में 4 फीट के रामलला की मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में आगामी 06 नवम्बर को देवोत्थानी एकादशी पर स्थापित की जाएगी।
रामलला का नाम वंदे राममं बालरूपम्… रखा गया है। इस मूर्ति को बनाने में पांच साल लगे तो मूर्ति के लिए छह मॉडल को रिजेक्ट करने के बाद बैठी मुद्रा में रामलला की मूर्ति तैयार की गई है। मंदिर एअरकंडीशन होगा। अयोध्या में रामलला का यह पहला मंदिर स्थापित होने जा रहा है। मंदिर में भक्तों की मांग पर ऑनलाइन प्रसाद भेजने की व्यवस्था की गई है।
सीओ अयोध्या अमर सिंह ने बताया कि किसी भी मंदिर में कोई भी प्रतिमा, मूर्ति लगाने पर प्रशासन की कोई रोक नहीं हैं। मंदिरों में स्वतंत्र रूप से पूजापाठ चल रहा है।