Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

वार्षिकी 2019 : लखनऊ में एक भी अपहरण व फिरौती की नहीं हुई वारदात

 

 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बेहतरीन पुलिसिंग व्यवस्था के चलते वर्ष 2019 में एक भी अपहरण और फिरौती की वारदात नहीं हुई है। इस साल शहर में आपराधिक घटनाओं में भारी कमी आयी है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने इसका श्रेय अपने अधीनस्त अधिकारियों व बीट प्रभारियों को दिया है।

एसएसपी ने मंगलवार को बताया कि आपराधियों पर नकेल कसने व कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए मौके-मौके पर मातहतों को निर्देश दिया जाता रहा है। इसका नतीजा यह है कि वर्ष 2019 में आपराधिक घटनाओं में बहुत ही कमी आयी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में डकैती की 21 घटनाएं थी, जो 2019 में घटकर 04 हो गयी, इस प्रकार डकैती की घटनाओं में 81 प्रतिशत कमी हुई है। 2017 में लूट की 143 घटनाएं थी, जो 2019 में घटकर 52 रह गयी, इस प्रकार लूट की घटनाओं में 64 प्रतिशत कमी हुई है।

2017 में हत्या की 185 घटनाएं थी, जो 2019 में घटकर 145 रह गयी, इस प्रकार हत्या की घटनाओं में 22 प्रतिशत की कमी आयी है। 2017 में वाहन चोरी की 4950 घटनाएं थी, जो 2019 में घटकर 3272 हो गयी, इस प्रकार वाहन चोरी की घटनाओं में 34 प्रतिशत की कमी हुयी। 2017 में चोरी की 7310 घटनाये थी जो 2019 में घटकर 5121 रह गयी, इस प्रकार चोरी की घटनाओं में 30 प्रतिशत की कमी हुयी। इसके अलावा फिरौती और अपहरण की घटनाओं में प्रतिशत की कमी आयी है तथा महिला सम्बन्धी अपराधों के मामलों में कुल 34 प्रतिशत कमी आयी है।

तीन माह में 600 अपराधी गिरफ्तार किये गए

एसएसपी ने बताया कि जमीन के नाम पर या नौकरी के नाम पर जालसाज गरीब और बेरोजगारों को अपना शिकार बना लेते थे। इन शिकायतों को गंभीरता से लेकर तीन माह में ‘ऑपरेशन 420’ चलाया गया। इसके ऑपरेशन में पुलिस ने तीन माह के भीतर छह सौ अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। यह अभियान आगे भी इसी तरह चलता रहेगा। इसके अलावा स्ट्रीट क्राइम पर नकेल कसने के लिए जनहित में एंटी क्राइम हेल्पलाइन नंबर 7839861314 जारी किया गया था, जिस पर जनता के व्यक्तियों द्वारा गोपनीय रूप से सूचना दी गई। जिससे स्ट्रीट क्राइम में कमी आयी है।