दुनिया में कोरोना वायरस ने इतना ज्यादा कोहराम मचाया हुआ है कि इससे रोजाना हजारों लोगों की जान जा रही है, जबकि संक्रमित लोगों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। विश्व के कई बड़े देश कोरोना के लिए चीन को जिम्मेदार बता रहे हैं, जिसमें से अमेरिका भी एक है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप तो साफ-साफ कह चुके हैं कि चीन ने वुहान की लैब से यह कोरोना वायरस बनाया। दोनों देशों के बीच इस समय कोरोना को लेकर जुबानी जंग तेज है। ऐसे में अमेरिका ने चीन को सबक सीखाते हुए करीब 19 अरब रुपये का झटका दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिका के राज्य कैलिफोर्निया ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए चीन को 200 मिलियन N95 मास्क का ऑर्डर दिया था। इसके लिए अमेरिका उसको 247 मिलियन डॉलर का भुगतान करता। हालांकि यह समझौता गोपनीय था, लेकिन बुधवार को गर्वनर गविन न्यूजॉम ने एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए इसका खुलासा कर दिया।
उन्होंने बताया कि हमें अभी तक 15 मिलियन मास्क मिले और 10 मिलियन मास्क इस सप्ताह के आखिर तक मिलने थे, जोकि नहीं मिले। चीन की कंपनी डेडलाइन पर आपूर्ति करने में फेल रही है। जिसके बाद अमेरिका अब चीन से 247 मिलियन डॉलर वापस लेगा।
बताया गया है कि BYD ने चीन के साथ करीब 1 बिलियन डॉलर का अनुबंध किया था, इसमें 495 मिलियन डॉलर का भुगतान भी हो गया है और करीब ढाई महीने की अवधि में चीन से 500 मिलियन फेस मास्क वहां पर आए भी हैं। BYD का चीन की कंपनी के साथ अनुबंध था और इसके बाद वह कैलिफोर्निया को मास्क मुहैया करा रहा था।
ऐसे में अमेरिका और चीन के बीच कोरोना को लेकर छिड़ी जुबानी जंग को इस अनुबंध को रद्द होने का एक बड़ा कारण बताया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि मीडिया में इस बात का खुलासा होने के बाद अमेरिकी प्रशासन अनुबंध को रद्द करने को मजबूर हुआ, क्योंकि यहां पर लोग कोरोना के लिए चीन को जिम्मेदार मानते हैं।
बता दें कि दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना ने अमेरिका के लोगों को अपना शिकार बनाया है। यहां पर अभी तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1,263,224 हो गई है, जबकि 74,809 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि अच्छी खबर यह है कि 213,109 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं।