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अमेरिका-ईरान में युद्ध के हालात,सऊदी के तेल ठिकानों पर हुए ड्रोन अटैक

सऊदी अरब में अरामको के तेल सप्लाई के दो बड़े संयंत्रों अब्कैक और खुरैस पर हूती विद्रोहियों के ड्रोन अटैक से लगी आग के बाद से ईरान  और अमेरिका के बीच तनाव युद्ध  के करीब पहुंच गया है. ईरान ने अमेरिका के सभी आरोपों को खारिज करते हुए इन हमलों में हाथ होने से इंकार किया है. ईरान ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि खाड़ी क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य अड्डे और विमानवाहक पोत उसकी मिसाइलों के दायरे में हैं. ईरान ने अमेरिका को धमकी देते हुए कहा है कि वह युद्ध के लिए हर वक्त तैयार है. गौरतलब है कि यमन के ईरान समर्थित हूती समूह ने शनिवार को अरामको पर हमले की जिम्मेदारी ली थी.

न्यूज़ 18 में पब्रालिश खबर के अनुसार,ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसावी ने मीडिया से बात करते हुए अमेरिका के सभी आरोपी को आधारहीन करार दिया है. ईरान ने दावा किया है कि उसकी सेना किसी भी समय अमेरिका से युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है. ईरान ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कमांडर अमिराली हाजीज़ेद्दाह ने कहा हर किसी को ये अच्छी तरह से जान लेना चाहिए कि 2000 किलोमीटर के दायरे में मौजूद अमेरिकी सैन्य अड्डे और विमानवाहक पोत हमारी मिसाइलों की जद में हैं. गौरतलब है कि अमेरिका और ईरान के बीच उस समय तनाव बढ़ गया था जब अमेरिका ने ईरान से तेल सप्लाई पर लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया था.

 

सऊदी अरब में अरामको के दो बड़े तेल संयंत्रों में उस समय हमला हुआ है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ मुलाकात की संभावना जताई थी. हालांकि ईरान ने इस मुलाकात से तब तक इनकार किया है जब तक अमेरिका ईरान के ऊपर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटा नहीं देता. अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार माइक पॉम्पिओ ने शनिवार को ट्वीट करके कहा था कि ईरान ने तनाव दूर करने की संभावनाओं के बीच दुनिया की ऊर्जा सप्लाई के केंद्र अरामको पर हमला किया है.

सऊदी भेजे गए थे 10 ड्रोन
यमन में मौजूद ईरान समर्थित हूती विद्रोही संगठन के एक वरिष्ठ सदस्य याह्या सारए ने बताया कि इस हमले को अंजाम देने के लिए 10 ड्रोन सऊदी भेजे गए थे. याह्या ने अल-मसिरह टीवी को बताया कि आने वाले वक्त में ऐसे हमलों को अंजाम दिया जा सकता है. सऊदी अरब के अधिकारियों की तरफ से अब तक याह्या के दावों का कोई जवाब नहीं आया है.