Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

राज्यपाल आनंदीबेन से अखिलेश ने की मुलाकात, बोले दुष्कर्म पीड़ित की आवाज उठायेगी सपा

मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के मामले का संज्ञान लेने पर किया स्वागत

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। इस दौरान विधान परिषद नेता विपक्षअहमद हसन और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी जी साथ में रहे मौजूद।

मुलाकात के बाद अखिलेश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नई राज्यपाल से उन्होंने शिष्टाचार मुलाकात की। वहीं उन्नाव दुष्कर्म कांड पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित का परिवार प्रशासन पर भरोसा नहीं कर पा रहा है। उन्हें लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है। उनकी एफआईआर भी बड़ी मुश्किल से लिखी गई। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म पीड़ित के साथ बहुत अन्याय हुआ है। पीड़ित का परिवार न्याय चाहता है। मैंने उस लड़की के लिए न्याय की मांग की है और उम्मीद है कि सरकार न्याय देगी। समाजवादी पार्टी पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाती रहेगी।

अखिलेश यादव ने मंगलवार को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर पहुंचकर दुष्कर्म पीड़ित के परिजनों से भी मुलाकात की थी। उन्होंने परिजनों को न्याय के लिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलाने का सुझाव दिया था। वहीं आज वह स्वयं राज्यपाल से मिलने पहुंचे। अखिलेश ने कहा है कि उच्च न्यायालय के वर्तमान जज के अंतर्गत इस पूरे काण्ड की जांच होनी चाहिए। भाजपा विधायक को राज्य के बाहर जेल में भेजा जाना चाहिए। दुष्कर्म पीड़ित को सरकार एक करोड़ रुपये की मदद दे।

वहीं बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने आज इस मामले पर ट्वीट किया कि उन्नाव रेप पीड़िता व उसके परिवार की हत्या का प्रयास व मुकदमों की वापसी के लिए विधायक द्वारा धमकी का आरोप काफी गंभीर मामला है, जिसका सुप्रीम कोर्ट द्वारा संज्ञान लिया जाना अति-स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि बीएसपी कोर्ट का शुक्रिया अदा करती है। इससे पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

दरअसल, दुष्कर्म पीड़ित के परिवार की चिट्ठी को लेकर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री को नोटिस जारी किया है। मामले में एक हफ्ते के अंदर जवाब दाखिल करने को कहा गया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट पीड़ित के परिवार की तरफ से भेजी गई चिट्ठी पर गुरुवार को सुनवाई करेगा।

मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के महासचिव से उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट भी मांगी है। इसमें पत्र देने में देरी सम्बन्धी वजह भी पूछी गई है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा है कि इस नकारात्मक माहौल में कुछ सकारात्मक करने की कोशिश करेंगे। दरअसल दुष्कर्म पीड़ित परिवार ने बीती 12 जुलाई को मुख्य न्यायाधीष को चिठ्ठी लिखकर न्याय की गुहार लगायी थी।