नागौर: राजस्थान में संभवतया यह पहला मामला है जब किसी नवजात बेटी की इस तरह से घर में एंट्री हुई है। मासूम बच्ची का नाम रिया है। रिया के अपने माता-पिता के साथ हेलीकॉप्टर में सवार होकर दादा के घर पहुंचने की पूरी कहानी बेहद दिलचस्प है। बेटी के जन्म पर उत्सव मनाने का यह मामला मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के नागर गांवड़ा का है। मीडिया से बातचीत में कुंदन बैरवा ने बताया कि उनके परिवार में 80 साल बाद बेटी का जन्म हुआ है।
कुंदन के छोटे भाई की पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल ले गए। जहां उसने बेटी को जन्म दिया है। कुंदन के पिता के भी बेटी नहीं है। खुद कुंदन के दो बेटे हैं। अब भाई के घर बेटी जन्मी तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। कुंदन कहते हैं कि बहुत सारे परिवार ऐसे भी हैं, जो बेटी के पैदा होने पर मायूस हो जाते हैं। जबकि बेटियां भी बेटों से कम नहीं हैं। हम उसकी अच्छी परवरिश करें और उन्हें अच्छे संस्कार के साथ-साथ पढ़ने-लिखने को भरपूर अवसर दें तो वे भी नाम रोशन कर सकती हैं।
पैरों पर रोली लगाकर सफेद कपड़े पर निशान लिए गए और उस कपड़े को सहेज कर रखा गया। बेटी जन्म पर कुंदन बैरवा के परिवार का कोना-कोना खुशियों से सराबोर नजर आया। परिजनों ने कहा कि नन्ही परी के रूप में उनके घर साक्षात लक्ष्मी आई है। जब प्रसूता नवजात बेटी को लेकर पहली बार घर पहुंची तो घर को सजाया गया। डीजे बजाया गया और मां-बेटी का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। नवजात बच्ची की आरती उतारी गई।